Navgrah Dosh: हमारी इन गलत आदतों से नवग्रह होते हैं खराब
Arti Azad
Aug 28, 2023
Navgrah Dosh:
ज्योतिषों के अनुसार व्यक्ति के काम बनते हुए बिगड़ जाना, बीमारी, मान-सम्मान का नाश, शत्रु से परेशान रहना या फिर आर्थिक तंगी का सामना करना आदि ग्रह दोष के कारण हो सकता है.
सूर्य ग्रह
सिर को गंदा रखने या गंदे हाथों से स्पर्श करने से सूर्य ग्रह अशुभ फल देने लगता है. इससे व्यक्ति के प्रमोशन में अड़चन और नौकरी पर संकट की स्थिति पैदा हो जाती है.
चंद्र ग्रह
पानी को व्यर्थ करना और तनाव में रहने से चंद्र ग्रह खराब होता है. ऐसे लोगों के बिना विवाद के ही शत्रु बनने लगते हैं और धनहानि होने लगती है.
मंगल ग्रह
क्रोध और चिड़चिड़ाहट के कारण मंगल ग्रह खराब होता है. व्यक्ति का जब मंगल खराब होता है तो विवाह होने में अड़चन आने लगती है.
बुध ग्रह
झूठ बोलने और बेईमानी करना से बुध ग्रह में दोष आता है. बुध के खराब होने से बरसों पुरानी दोस्तों में भी दरार आ जाती है.
बृहस्पति ग्रह
अपने बड़ों और गुरुओं का निरादर करने से व्यक्ति का बृहस्पति ग्रह खराब होता है. गुरु खराब फल देने लगते हैं तो भाग्य साथ नहीं देता है. समाज में भी सम्मान मिलना कम हो जाता है.
शुक्र ग्रह
स्त्रियों का अपमान करने और किसी के भी रूप रंग का मजाक उड़ाने से शुक्र ग्रह नाराज होते हैं. प्रेम में धोखा मिलता है, लग्जरी लाइफस्टाइल खत्म होने लगती है, आमदनी से अधिक खर्च होने लगता है.
शनि ग्रह
अपने स्वास्थ्य के प्रति आलस और दूसरों के साथ अन्याय करने से व्यक्ति के शनि ग्रह में दोष आता है. शनि नाराज होते हैं व्यक्ति को ऐसे दिन दिखा देते हैं, जिसकी उसने कल्पना तक नहीं की होती है.
राहु ग्रह
लोगों की चुगली करना, षड्यंत्र रचना और जानवरों को परेशान करना. पागलपन की स्थिति और सही निर्णय लेने में दिक्कत पैदा करते हैं, जिससे व्यक्ति परेशान रहने लगता है.
केतु ग्रह
योगी, साधु-संत, सन्यासी, आध्यात्मिक गुरुओं, आध्यात्म और जरूरतमंदों का अपमान करने से केतु ग्रह रुष्ट होते हैं. ऐसे लोगों को अपयश मिलता है, व्यक्ति की जमा पूंजी नष्ट होने लगती है.