गरुड़ पुराण में दिए हैं Infection से बचने के उपाय, ये नियम जानने वाले नहीं पड़ते बीमार

Arti Azad
Oct 03, 2023

Ways to Avoid Infection:

वर्तमान समय में संक्रमण से बचने के कई तरीके हैं, लेकिन फिर भी यह तेजी से फैलता है. हमारे धार्मिक ग्रंथों में पहले ही इनसे बचाव के नियम और उपाय बताए गए हैं.

सावधानियां रखना जरूरी

आज के समय में संक्रमण या रोग आदि से निपटने के लिए तमाम उपाय और इलाज हैं, लेकिन अगर थोड़ी सावधानियां रखें और कुछ नियमों का पालन करें तो इससे बचना आसान है.

गरुड़ पुराण में कई तरह के नियमों का उल्लेख

ये नियम संक्रमण से बचाने में मददगार हैं, लेकिन इसके लिए इसका पालन करना जरूरी है. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ही सनातन धर्म में सूतक-पातक जैसे नियम भी बनाए गए हैं. आइए जानते हैं इनके बार में...

संक्रमण से बचने के लिए क्या करें

गरुड़ पुराण के अनुसार अगर किसी को ऐसा रोग हो गया है, जो दूसरे में भी फैल सकता है तो सबसे पहले रोगी के रहने-सोने की व्यवस्था अलग करनी चाहिए.

आज इसे क्वारंटीन करना कहते हैं

रोगी के पूरी तरह ठीक होने तक अन्य उसके संपर्क में न रहें. इस दौरान उसके खानपान-सफाई का खास ध्यान रखें. पहले गांवों में संक्रमण ग्रसित रोगी को अलग कुटिया दी जाती थी.

शरीर को अच्छे से पोंछकर सुखाएं

इससे त्वचा संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. ऐसे संक्रमण पूरे शरीर पर बहुत तेजी से फैलते हैं. नहाने के बाद हमेशा साफ और सूखे हुए तौलिये से शरीर पोंछे और उसके बाद ही साफ कपड़े पहनें.

पहने हुए कपड़े धोकर ही दोबारा पहनें

गरुड़ पुराण के नीतिशास्त्र के मुताबिक किसी को भी एक कपड़ा एक दिन से ज्यादा बार बिना धोएं नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि ऐसे कपड़ों में जीवाणु-विषाणु होते हैं.

संक्रमण-रोग मुक्ति के लिए घर का शुद्धिकरण

समय-समय पर घर पर हवन कराने से वातारण शुद्ध और सकारात्मक होने के साथ कई रोगों से बचाव होता है. वहीं, ताजे और शाकाहारी खाने को ही प्राथमिकता दें. इन नियमों का पालन करेंगे तो हमेशा स्वस्थ रहेंगे.

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