मां लक्ष्मी चंचला हैं, वह अस्थाई हैं. वह कहीं भी अधिक समय तक नहीं ठहरती हैं.

Nov 16, 2023

लक्ष्मी जी के स्वभाव के चंचल होने की कहानी भी बहुत ही रोचक है.

एक बार यही प्रश्न ब्रह्मर्षि नारद ने ब्रह्मा जी से किया. उन्होंने पूछा की माता लक्ष्मी चंचला क्यों हैं.

उनके प्रश्न का ब्रह्मा जी ने उत्तर देते हुए कहा, यदि लक्ष्मी किसी के यहां स्थाई हो जाएं

तो वह व्यक्ति धरती पर अपने अभिमान में चूर होकर तरह-तरह के कुकर्मों में लिप्त हो जाएगा.

इसी कारण देवयोग से लक्ष्मी जी को चंचल मन दिया गया है.

इस पूरे त्रिलोक में लक्ष्मी यदि किसी के अधीन हैं तो वह हैं श्री विष्णु जी.

विष्णु जी के गुरुत्व में लक्ष्मी जी का अस्तित्व विलीन है, इसलिए लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के पहले विष्णु जी को प्रसन्न करना आवश्यक है.

जो लोग पूरे मनोयोग से विष्णु जी को पूजते हैं, उन्हें लक्ष्मी जी की कृपा सहज ही प्राप्त होने लगती है.

भगवान विष्णु जी के साधकों पर मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है.

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