बहुत से लोग इस कन्फ्यूजन में रहते हैं कि उन्हें नई कार ईएमआई पर लेनी चाहिए या सेकेंड हैंड कार का विकल्प चुनना चाहिए.
आज हम एक आपके इस कन्फ्यूजन को दूर करने जा रहे हैं. आइए एक उदाहरण से समझते हैं.
मान लेते हैं कि कि आपके पास 4 लाख रुपए हैं और आप Hyundai i20 का सेकंड बेस मॉडल Sportz(Petrol) खरीदना चाहते हैं.
कार के इस मॉडल की ऑन रोड कीमत 9 लाख रुपये है. अब आपके सामने दो ऑप्शन हैं.
पहला विकल्प है कि आप बैंक से 5 लाख रुपए का कार लोन लेकर 9 लाख रुपए की नई कार खरीदें.
अगर लोन 6 साल के लिए लिया जाए तो 10 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से आपको करीब 6.5 लाख रुपए चुकाना पड़ कता है.
यानी कुल खर्च 4 लाख + 6.5 लाख = 10.5 लाख रुपए होते हैं.
दूसरा विकल्प है कि आप 4.5 लाख रुपए में एक 2 साल पुरानी कार खरीदें. इससे 6 लाख रुपए की बचत होगी.
हालांकि पुरानी कार में फ्यूल का ज्यादा खर्च और ज्यादा मेंटेनेंस के कारण अतिरिक्त खर्च हो सकते हैं.
इन दोनों खर्चों में कुल 2 लाख रुपए से अधिक खर्च नहीं होते. यानी नई कार के मुकाबले आप सीधा 4 लाख रुपए की बचत कर रहे हैं.