रोल्स-रॉयस कब बनी?

Rolls-Royce Owner: रोल्स-रॉयस दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित लक्जरी कार ब्रांडों में से एक है. कंपनी की स्थापना 1904 में चार्ल्स रोल्स और हेनरी रॉयस द्वारा की गई थी. तब से यह लक्जरी का पर्याय बनी हुई है.

Lakshya Rana
Apr 29, 2023

रोल्स-रॉयस में बदलाव

इतने लंबे इतिहात के दौरान रोल्स-रॉयस में कई बदलाव हुए हैं, इसकी ओनरशिप तक बदली है लेकिन एक चीज में कभी कोई बदलाव नहीं हुआ और वह है इसके द्वारा कारों में पेश की जाने वाली लग्जरी.

रोल्स-रॉयस की मालिक कंपनी

यह लग्जरी कारों का प्रतीक बनी हुई है. मौजूदा समय में रोल्स-रॉयस कंपनी का स्वामित्व बीएमडब्ल्यू समूह के पास है, जो एक जर्मन मल्टीनेशनल कॉरपोरेशन है.

रोल्स-रॉयस को बीएमडब्लू ने खरीदा

बीएमडब्ल्यू समूह लक्ज़री वाहन, मोटरसाइकिल और इंजन बनाने के लिए जाना जाता है. बीएमडब्लू ने 1998 में एक सौदे के तहत रोल्स-रॉयस का अधिग्रहण किया था.

बीएमडब्ल्यू ने की डील

समझौते के तहत बीएमडब्ल्यू ने रोल्स-रॉयस नाम और इसके लोगो के अधिकार हासिल कर लिए. साथ ही, उसे स्पिरिट ऑफ एक्स्टसी प्रतीक का इस्तेमाल करने के भी अधिकार मिल गए.

पहले विकर्स पीएलसी थी मालिक

बीएमडब्ल्यू द्वारा रोल्स-रॉयस का अधिग्रहण करने से पहले, ब्रांड का स्वामित्व ब्रिटिश इंजीनियरिंग और निर्माण कंपनी विकर्स पीएलसी के पास था.

विकर्स पीएलसी नहीं कमा पा रही प्रोफिट

विकर्स ने 1980 में रोल्स-रॉयस को खरीदा था लेकिन वह इससे प्रोफिट नहीं बना पा रही थी. 1998 में विकर्स ने रोल्स-रॉयस को फॉक्सवैगन समूह को बेचा, जिसने फिर बीएमडब्ल्यू को अधिकार बेच दिए.

लग्जरी का प्रतीक

स्वामित्व में परिवर्तन के बावजूद रोल्स-रॉयस लग्जरी का प्रतीक बनी हुई है. ब्रांड के सिग्नेचर फैंटम, घोस्ट और रैथ मॉडल बाजार में सबसे महंगी लक्ज़री कारों में शामिल हैं.

अन्य काम भी करती है रोल्स-रॉयस

रोल्स-रॉयस सिर्फ लग्जरी कारों का उत्पादन ही नहीं करती बल्कि विमान और जहाजों के लिए हाई-परफॉर्मेंस इंजन भी बनाती है.

रोल्स-रॉयस की पहचान

लेकिन, ज्यादातर लोग इसे सिर्फ लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी के रूप में ही जानते हैं.

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