फाइनेंशियल ईयर 2022 में देश की सालाना बिजली खपत 1300 बिलियन किलो वॉट के पार चली गई. साल 2012 के मुकाबले यह 70 परसेंट ज्यादा है.
घरेलू, किसानी, इंडस्ट्री, कमर्शियल और अन्य क्षेत्रों में सालाना बिजली खपत के मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है.
सालाना बिजली खपत के मामले में महाराष्ट्र के बाद गुजरात का नंबर दूसरा है.
इसके अलावा यूपी, तमिलनाडु और ओडिशा भी बिजली खपत के मामले में टॉप पर हैं.
2022 में सालाना बिजली खपत 2012 के मुकाबले 530 बिलियन यूनिट ज्यादा हुई.
ओडिशा में सालाना बिजली खपत 32 बिलियन यूनिट से बढ़कर 82 बिलियन यूनिट पर पहुंच गई.
बिजली खपत के मामले में सबसे ज्यादा इजाफा बिहार में हुआ है. यहां 2012 की 6 बिलियन यूनिट के मुकाबले 2022 में खपत बढ़कर 27 बिलियन यूनिट पर पहुंच गई. यहां 10 साल में 350% का इजाफा हुआ है.
बिहार में किसी भी परिवार की औसत बिजली खपत में बढ़ोतरी हुई है. 2012 के मुकाबले एक फैमिली की बिजली खपत 2022 में छह गुना हो गई है.
इसके अलावा बिहार में बिजली खपत करने वाले परिवारों की संख्या भी 500 परसेंट बढ़ गई है.
गोवा में एक परिवार की बिजली खपत औसतन सालाना 267 किलो वॉट है. एमपी और ओडिशा आदि राज्यों में 2012 के मुकाबले बिजली खपत में 200 प्रतिशत का उछाल आया है.