कभी साइकिल पर घूमकर बेचा दूध, आज अमूल को दे रहे टक्कर
Mar 20, 2024
जाना-पहचाना नाम
दिल्ली और इसके आसपास के एरिया में पारस डेयरी प्रोडक्ट जाना-पहचाना नाम है. घर-घर में मशहूर इस डेयरी ब्रांड को बनाने में वेद राम नागर ने कड़ी मेहनत की थी.
पारस ब्रांड की पहचान
वेद राम नागर को कम ही लोग जानते हैं लेकिन उनका पारस ब्रांड आसानी से पहचान में आ जाता है.
36 लाख लीटर दूध की बिक्री
पारस डेयरी इस समय रोजाना करीब 36 लाख लीटर दूध की बिक्री करता है. पारस, दिग्गज कंपनियों मदर डेयरी, अमूल को कड़ी टक्कर दे रहा है.
60 लीटर दूध से शुरू किया काम
पारस डेयरी की शुरुआत 60 लीटर दूध की बिक्री से शुरू हुई थी. इसके फाउंडर वेद राम नागर ने 27 साल की उम्र में दूधिये के तौर पर काम शुरू किया.
1980 में शुरू की फर्म
20 साल तक साइकिल पर दूध की बिक्री करने के बाद 1980 में उन्होंने एक फर्म की शुरुआत की.
1986 में बनाई कंपनी
1984 में उन्होंने दूध और इससे बने प्रोडक्ट बनाने की यूनिट शुरू की. 1986 में वेद राम नागर ने वीआरएस फूड नाम से कंपनी बनाई.
साहिबाबाद और गुलावठी प्लांट
1987 में साहिबाबाद मिल्क प्लांट, 1992 में बुलंदशहर के गुलावठी में दूसरा प्लांट शुरू किया.
एमपी में भी कारोबार
कंपनी का कारोबार चलने के बाद 2004 में एमपी के ग्वालियर में अपने कारोबार का विस्तार किया. 2005 में उनका देहांत हो गया.
2008 में बदला नाम
2008 में कंपनी का नाम बदलकर वेदराम एंड संस प्राइवेट लिमिटेड हो गया. आज कंपनी यूपी के अलावा एमपी में भी कारोबार कर रही है.
खेकड़ा में जन्मे
कंपनी हर दिन 36 लाख लीटर दूध की बिक्री करती है. यूपी के बागपत के खेकड़ा में जन्मे वेदराम नागर के बेटे हेल्थ केयर, रीयल एस्टेट में भी बड़ा नाम कमा रहे हैं.