डिप्रेशन से लड़कर IAS बनने वाली अलंकृता पांडे की कहानी
chetan sharma
Jul 25, 2023
आईएएस सक्सेस स्टोरी
हम सभी जानते हैं कि UPSC एग्जाम पास करना कोई आसान काम नहीं है. उम्मीदवारों को गहन अध्ययन करना होगा क्योंकि सिविल सेवा परीक्षा के लिए व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है. लाखों उम्मीदवार हाई-प्रोफाइल परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं लेकिन केवल कुछ ही आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के लिए चुने जाते हैं.
IAS अलंकृता पांडे
आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की. वह डिप्रेशन से लड़ीं, वापसी की और परीक्षा पास की. इनका नाम है आईएएस अलंकृता पांडे.
2016 बैच की अफसर
आईएएस अलंकृता ने अपने पहले ही अटेंप्ट में यूपीएससी 2015 परीक्षा में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 85 हासिल की. वह 2016 बैच की आईएएस अधिकारी हैं.
पहले मिला था वेस्ट बंगाल कैडर
शुरुआत में उन्हें पश्चिम बंगाल कैडर आवंटित किया गया था, लेकिन आईएएस अंशुल अग्रवाल से शादी के बाद उन्हें बिहार में इंटर कैडर ट्रांसफर दिया गया.
2014 में शुरू की तैयारी
आईएएस अलंकृता उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली हैं. उनका यूपीएससी सफर आसान नहीं था. उन्होंने 2014 में यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया लेकिन उस साल के मध्य में उन्हें व्यक्तिगत संकट से गुजरना पड़ा.
डिप्रेशन हो गया था हावी
अलंकृता दोस्तों और परिवार से डिप्रेशन की दवाएं, एंगर मैनेजमेंट सेशन और कंस्लटेशन लेती थीं. उन्हें 2014 में प्रीलिम्स में शामिल होना था, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हो सकीं.
पहले अटेंप्ट में UPSC क्लियर
उन्होंने वापसी की और केवल अपने करियर पर फोकस करने का फैसला किया. उन्होंने 2015 में अपने पहले प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की.
रोजाना 8 घंटे की पढ़ाई
वह प्रतिदिन 8 घंटे पढ़ाई करती थीं. यूपीएससी से पहले वह बेंगलुरु की एक आईटी कंपनी में काम करती थीं.
यहां से किया ग्रेजुएशन
उन्होंने एमएनआईआईटी-इलाहाबाद से इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की.