25 मिनट चला था इंटरव्यू, ऐसी IAS अफसर बनीं कृति राज
chetan sharma
Apr 30, 2023
IAS Krati Raj
आईएएस अफसर बनने के लिए कैंडिडेट्स दिन रात मेहनत करते हैं. आज हम आपको एक ऐसी आईएएस अफसर की कहानी बताने जा रहे हैं जो सर्दी में एग्जाम देने की प्रक्टिस करने के लिए अपने हाथों को एकदम ठंडा कर लेती थीं और फिर उनसे लिखती थीं.
झांसी से की है पढ़ाई
आईएएस कृति राज उत्तर प्रदेश के झांसी की रहने वाली हैं. उन्होंने झांसी के सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की थी. उसके बाद जय एकेडमी से 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की थी. कृति राज ने बीआईईटी झांसी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की है.
अपना NGO चलाया
बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कृति उस सेक्टर में नौकरी नहीं करना चाहती थीं. वह जमीनी स्तर पर कुछ करना चाहती थीं और इसीलिए उन्होंने कल्पवृक्ष वेलफेयर फाउंडेशन नामक एक एनजीओ की शुरुआत की थी.
इसलिए बनाया NGO
इसमें महिलाओं और बच्चों के वेलफेयर संबंधी काम किए जाते हैं. वहीं उन्होंने सिविल सर्विस में जाने की योजना बनाई क्योंकि इसी से उन्हें अपने उद्देश्य को पूरा करने में बेहतर मदद मिल सकती थी.
2020 में दिया था UPSC एग्जाम
आईएएस कृति राज ने साल 2020 में यूपीएससी परीक्षा दी थी. इस दौरान कोविड 19 की वजह से कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात थे. उन्होंने सेल्फ स्टडी के जरिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की थी.
मात्र 10 मिनट पहले पहुंची थीं एग्जाम सेंटर
यूपीएससी मेंस की आखिरी परीक्षा के दौरान भोपाल में कर्फ्यू था. ऐसे में होटल के स्टाफ ने किसी तरह से कृति राज को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाया था. वह परीक्षा शुरू होने से मात्र 10 मिनट पहले सेंटर पर पहुंच पाई थीं.
बोर्ड मेंबर्स ने पूछ ये सवाल
कृति राज के साथ यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान एक मजेदार वाकया हुआ था. जब वह इंटरव्यू हॉल में पहुंचीं तो बोर्ड मेंबर ने उनसे पूछा कि उन्होंने लंच किया है या नहीं. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह सुबह नाश्ता करके आई थीं.
25 मिनट तक चला था इंटरव्यू
उनका जवाब सुनते ही सभी बोर्ड मेंबर हंसने लगे थे और माहौल काफी दोस्ताना हो गया था. उनका इंटरव्यू लगभग 25 मिनट तक चला था और इसमें उनके एनजीओ और क्लाइमेट चेंज आदि के बारे में पूछा गया था.
यूपीएससी में आई थी 106 रैंक
आईएएस कृति राज ने यूपीएससी 2020 परीक्षा में 106वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने जुलाई 2019 से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की थी. शुरुआती 8-10 महीनों तक उन्होंने रोज़ाना 8-10 घंटे पढ़ाई की.