2010 बैच के आईपीएस अधिकारी धर ने हाल ही में इस्तीफा दिया है. इसके अगले ही दिन भाजपा ने प्रत्याशी के रूप में उनके नाम की घोषणा कर दी. देवाशीष धर को बीरभूम से उम्मीदवार हैं.
आईपीएस प्रसून बनर्जी
IPS प्रसून बनर्जी भी हाल में रायगंज रेंज के आईजी पद से इस्तीफा देकर राजनीति में शामिल हो गए. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बनर्जी को मालदा उत्तर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.
आईपीएस असीम अरुण
आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने पुलिस की नौकरी से वीआरएस लेकर राजनीति मे कदम रखा. उन्होंने बीजेपी के टिकट पर सपा के गढ़ कन्नौज में चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की.
आईपीएस बृजकिशोर रवि
1989 बैच के IPS बृजकिशोर रवि ने वीआरएस लेने के 1 महीने बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया. रवि मूल रूप से बिहार के सहरसा के रहने वाले हैं. वह तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (विजिलेंस) रहे कई बड़े पदों पर रहे हैं.
आईपीएस करुणासागर
तमिलनाडु के एक और पूर्व पुलिस अधिकारी करुणासागर ने भी हाल ही में बिहार की सत्तारूढ़ आरजेडी का दामन थामा. करुणा सागर तमिलनाडु कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
आईपीएस अजय कुमार
कांग्रेस नेता अजय कुमार भी IPS अधिकारी थे. 1996 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. नौकरी छोड़ने के बाद वह टाटा ग्रुप के साथ जुड़ गए. साल 2011 में अजय ने राजनीति में एंट्री ली.
आईपीएस गु्प्तेश्वर पांडेय
बिहार के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय ने पुलिस की नौकरी छोड़ जेडीयू में शामिल हो गए थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया और कथा वाचक बन गए.
आईपीएस सुनील कुमार
बिहार में शराबबंदी लागू करने में सुनील कुनार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. रिटारयमेंट के बाद वे जेडीयू में शामिल हो गए.
पीपीएस अधिकारी राजेश्वर सिंह
सरोजनीनगर सीट से विधायक राजेश्वर सिंह ने ईडी के संयुक्त निदेशक पद से वीआरएस लिया था. सिंह पीपीएस अधिकारी थे और 2007 में ईडी में शामिल होने के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे.
आईपीएस हुमायूं कबीर
बंगाल सरकार में मंत्री हुमायूं कबीर ने 2021 चुनाव से पहले वीआरएस लिया था. उस वक्त वे चंद्रनगर पुलिस के आयुक्त पद पर तैनात थे. वह 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.