इतने पढ़े-लिखे थे सुब्रत रॉय; कभी पढ़ने में नहीं लगता था मन, जानिए फिर कैसे बने देश के बिजनेस टाइकून

Arti Azad
Nov 15, 2023

Subrata Roy Sahara:

सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार को मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है. बता दें सहारा ग्रुप मीडिया, रियल एस्टेट, फाइनेंस समेत कई सेक्टर्स में काम करती है.

लंबे समय से चल रहे थे बीमार

वह हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहे थे. उनका स्वास्थ्य लगातार खराब था, जिसके चलते उन्हें 12 नवंबर को मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

भारत के प्रमुख कारोबारी

75 साल के सुब्रत रॉय देश के प्रमुख कारोबारी और सहारा इंडिया के फाउंडर थे. सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया में हुआ था. उन्हें देशभर में 'सहाराश्री' के नाम से भी जाना जाता था.

स्कूलिंग कोलकाता में हुई थी

बिहार के अररिया में जन्मे सुब्रत रॉय वाया कोलकाता गोरखपुर पहुंचे थे, उन्होंने कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की.

मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई

सुब्रत रॉय ने गोरखपुर के सरकारी तकनीकी संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में अपनी डिग्री पूरी की. उनके पिता सुधीर चंद्र रॉय सिविल इंजीनियर थे.

पढ़ाई में मन नहीं लगा रॉय का मन

उनका मन पढ़ने से ज्यादा बिजनेस और अन्य बातों में लगता था, तो गोरखपुर में ही छोटा मोटा काम शुरू कर दिया. साल 1976 में सहारा फाइनेंस का कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने गोरखपुर में व्यवसाय शुरू किया.

सहारा परिवार

साल 1978 तक उन्होंने इसे सहारा इंडिया परिवार में बदल दिया, जो भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक बन गया. उन्होंने केवल 20-22 वर्षों में अपने बिजनेस को विशाल 'सहारा परिवार' बना दिया.

कभी बैंक ने लोन देन से किया था मना

बताया जाता है कि 30 साल की उम्र में सुब्रत रॉय के पास मात्र 2000 रुपये थे. एक दौर ऐसा भी था कि एसबीआई ने उन्हें 5,000 रुपये का लोन देने से इनकार कर दिया था.

सहारा टीवी

सहारा समूह ने 1992 में राष्ट्रीय सहारा-एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र लॉन्च किया और बाद में सहारा टीवी के साथ टेलीविजन क्षेत्र में प्रवेश किया, जिसका नाम बदलकर सहारा वन कर दिया गया.

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