ये कहानी है यूपी के सीतापुर की प्रतीक्षा त्रिपाठी की. उनका सेलेक्शन हुआ है और अब वह एसडीएम बन गईं हैं. 2020 में इनका चयन आरएफओ के पद पर हुआ था. प्रतीक्षा एसडीएम बनने से पहले से ही वन विभाग में रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर हैं. नौकरी के साथ भी उन्होने अपनी पढ़ाई व तैयारी जारी रखी.
पिता रिटायर शिक्षक
ये कहानी UP के जनपद सीतापुर की लहरपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले दुगाना गांव की प्रतीक्षा त्रिपाठी की है. प्रतीक्षा के पिता रिटायर्ड शिक्षक हैं. वे कुल 7 भाई बहन हैं. जिसमें पांच बहनें और दो भाई हैं. प्रतीक्षा अपने परिवार की सबसे छोटी बच्ची हैं.
UPPSC में आई 20वीं रैंक
UPPSC PCS RESULT 2022 में प्रतीक्षा नें 20वीं रैंक हासिल कर एसडीएम पद पाया है. उनकी कामयाबी से परिवार से साथ साथ पूरा गांव खुशी मना रहा है. प्रतीक्षा शुरुआत से ही पढ़ाई में होनहार स्टूडेंट रही हैं. उनकी क्लास एक से आठ तक की पढ़ाई उसी स्कूल से हुई जहां पिता नौकरी करते थे. स्कूल का नाम श्री चन्द्रभाल सरस्वती शिशु मंदिर, दुगाना है.
यहां से की 8वीं के बाद की पढ़ाई
8वीं के बाद प्रतीक्षा ने हाई स्कूल की पढ़ाई जुगुल किशोर इंटर कालेज लहरपुर की. इंटर बाल निकुंज इंटर कालेज लखनऊ से की. बीएससी सेक्रेट हार्ड डिग्री कालेज सीतापुर से की. उन्होंने 2016 में Bsc में टॉप किया था.
राज्यपाल से मिला गोल्ड मेडल
ग्रेजुशन में टॉप करने के बाद प्रतीक्षा को तत्कालीन राज्यपाल रामनाईक ने गोल्डमेडल से सम्मानित किया था. एएमएससी फरूखाबाद से की. उसके बाद 2020 में इनका चयन आरएफओ के पद पर हुआ.
नौकरी के साथ करती रहीं तैयारी
प्रतीक्षा एसडीएम बनने से पहले से ही वन विभाग में range forest officer हैं. नौकरी के साथ भी उन्होने अपनी पढ़ाई व तैयारी जारी रखी.
इन्हें देती है सक्सेस का क्रेडिट
यूपीपीएससी के PCS फ़ाइनल रिजल्ट 2022 में प्रतीक्षा का चयन एसडीएम पद पर हुआ है. वे अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता गुरु और मित्र देती हैं.
ये है टारगेट
सिविल सेवा में सेलेक्ट होना प्रतीक्षा के जीवन के अलग अलग लक्ष्यों में से एक था. उनका लक्ष्य यूपीएससी में सेलेक्शन है. इसके अलावा समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभाना भी उनक लक्ष्य है.
ये हैं सफलता के टिप्स
कभी न हार मानने वाला ज्जबा, खुद पर पूरा विश्वास और गलतियों से सीखकर लगातार आगे बढ़ते रहना. इसके अलावा जीवन में कुछ ऐसे लोग रहे जिन्होंने तनाव नहीं लेने दिया और लगातार मोटिवेट किया.