जहां अल्पसंख्यक ज्यादा, चुनाव में उन सीटों पर बंपर वोटिंग

इस चुनाव में अब तक के 4 चरणों में 2019 के चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई है.

लेकिन एक ट्रेंड ये भी दिखा है कि जहां-जहां अल्पसंख्यक वोटर ज़्यादा हैं, वहां मतदान ज्यादा हुआ है, वोट प्रतिशत अधिक रहा है.

ये ट्रेंड अब तक 25 सीटों पर दिखा है. इनमें यूपी की 12, बंगाल की 5, बिहार की 4, असम की 3 सीटें हैं. एक सीट लक्षद्वीप की है.

असम की धुबरी सीट पर 92% से ज़्यादा, बारपेटा में 85 और नौगांव में 84% से ज्यादा वोटिंग हुई है.

पश्चिम बंगाल की मुर्शिदाबाद सीट पर 81 प्रतिशत से ज्यादा, बेहरामपुर में 77% से ज़्यादा, मालदा नॉर्थ और मालदा साउथ में 76% से ज़्यादा और जंगीपुर में 75% से ज़्यादा वोट पड़े हैं.

बिहार की कटिहार, किशनगंज, अररिया और पूर्णिया सीटों पर भी अल्पसंख्यकों की बड़ी संख्या है. यहां भी 60 % से ज़्यादा वोटिंग हुई है.

अल्पसंख्यकों की बड़ी संख्या के लिहाज से यूपी में सबसे ज्यादा 12 सीटें हैं.

यहां की 6 सीटों पर 55 प्रतिशत से ज्यादा और बाक़ी 6 सीटों पर 60 फीसदी से ज़्यादा मतदान हुआ है.

लक्षद्वीप में जहां मुस्लिम आबादी बहुसंख्यक है. यहां पर भी 84 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है.

हालांकि ये भी है कि मुस्लिम बहुल सीटों पर मतदान का ये प्रतिशत 2019 के मुकाबले कम है.

2019 और उससे पहले 2014 में इन सीटों पर मतदान का आंकड़ा लगभग बराबर के करीब था.

VIEW ALL

Read Next Story