दो बार क्रैक किया UPSC, मेडिकल की पढ़ाई छोड़ IPS से IAS अधिकारी बन पिता का सपना किया पूरा
Arti Azad
Nov 11, 2023
IAS Success Story:
आज हम आपको एक ऐसी ऑफिसर के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपने पिता के आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा करने के लिए मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी.
बचपन से पढ़ाई में रही हैं अव्वल
मुद्रा बचपन से ही टॉपर रही हैं. उन्होंने 10वीं में 96 फीसदी और 12वीं में 97 फीसदी नंबर हासिल किए थे. उन्हें भारत की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी द्वारा स्कूल में सम्मानित किया जा चुका है.
मुंबई से किया मेडिकल कोर्स
मुद्रा ने मुंबई के एक मेडिकल कॉलेज में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी कोर्स में दाखिला लिया, उन्हें बीडीएस में गोल्ड मेडल मिला.
ग्रेजुएशन के बाद वह दिल्ली आ गईं और एमडीएस में दाखिला लिया, लेकिन उनके पिता हमेशा चाहते थे कि वह आईएएस अधिकारी बनें.
बीच में छोड़ दी एमडीएस
पिता के सपने को पूरा करने के लिए मुद्रा ने एमडीएस की पढ़ाई बीच में छोड़ दिया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. 2018 में मुद्रा ने पहली अटैम्प्ट दिया, जिसमें वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचीं.
साल 2019 में दोबारा यूपीएससी के इंटरव्यू राउंड तक पहुंची, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ. इसके बाद 2020 में वह मेन्स भी नहीं निकाल पाईं.
पहले पाया आईपीएस का पद
आईएएस मुद्रा गैरोला ने 2021 में फिर से यूपीएससी परीक्षा दी. इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और वह आईपीएस बन गईं.
आखिरकार पा ही ली मंजिल
आईएएस बनने के अपने सपने को साकार करने के लिए मुद्रा ने फिर प्रयास किया. साल 2022 में 53वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्लियर कर कामयाब हासिल कर ही ली.
पिता का सपना रह गया था अधूरा
आईएएस मुद्रा के पिता अरुण गैरोला भी आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे. उन्होंने साल 1973 में यूपीएससी की परीक्षा दी. उस वक्त वे इंटरव्यू में सफल नहीं हो सके. उनका अधूरा सपना उनकी बेटी ने पूरा किया.