अनुज मिस्टर जावेरी से बात करके तोषू का केस वापस करा देता है.
अनुपमा के जेल भेजने के बाद एक ही रात में तोषू बेल पर घर लौट आता है.
इतना ही नहीं घर लौटते ही तोषू अपनी मां को खरी-खरी सुनाता है.
तोषू फिर बताता है कि आपने मदद नहीं की लेकिन पराए लोगों ने मदद की. अनुज के कहने पर मिस्टर जावेरी ने केस वापस ले लिया.
तोषू के घर आने के बाद अनुपमा सीधा अनुज से मिलने पहुंच जाती है.
अनुपमा फिर अनुज के सामने नाराजगी दिखाती है कि आखिर उसने तोषू की मदद क्यों की.
अनुज बातों-बातों में दिल की बात कह देता कि आज भी वह उसे तकलीफ में नहीं देख सकता है.
अनुज के यहां से निकलने के बाद अनुपमा जाकर पूरी बात यशदीप को बताती है.
फिर यशदीप जैसे ही रेस्टोरेंट के बारे में बताने लगता है, तभी विक्रम आ जाता है और फिर बात अधूरी रह जाती है.