16वीं शताब्दी के भजन से लिए इस गाने के बोल आज भी हैं आपको याद, बन चुके हैं ढेर सारे रीमिक्स

उत्तर भारत में होली का त्यौहार बड़े धूम धाम से मनाया जाता है.

रंग गुलाल मस्ती के साथ ही ये त्यौहार बॉलीवुड के एक गाने ‘रंग बरसे’ के बिना अधूरा है.

आज इस गाने के कई सारे रीमिक्स बन चुके हैं और इस फेमस गाने की लिरिक्स तो आपको याद ही होगी.

अमिताभ बच्चन की फिल्म सिलसिला में फिल्माया ये गाना आज भी होली पर लोगों को दीवाना कर देता है.

लेकिन क्या आपको पता है ये गाना 16वीं शताब्दी की मीरा बाई के भजन से लिया गया है? इस समय मीरा बाई का कोई भी भजन प्रिंटेड फॉर्म में मौजूद नहीं है.

अमिताभ बच्चन ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि वो मीरा बाई का एक भजन ‘रंग बरसे ओ मीरा, भवन में रंग बरसे’ बचपन से सुनते आए हैं.

एक होली पार्टी में जब अमिताभ बच्चन ने ये भजन गाया तो फिल्मकार यश चोपड़ा ने कहा कि इसे सिलसिला फिल्म में ऐड करते हैं.

रंग बरसे गाने का नया वर्जन हरिवंश राय बच्चन ने लिखा और कंपोज किया हरिप्रसाद चौरसिया और शिव कुमार शर्मा ने.

1981 का ये गाना आज भी हर साल होली पर बजाया जाता है और लोग खूब एन्जॉय करते हैं.

VIEW ALL

Read Next Story