धूम्रपान नहीं करते, फिर भी सिर पर मंडरा रही है लंग कैंसर की तलवार

Zee News Desk
Sep 20, 2024

लंग कैंसर

फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो फेफड़ों में होती है. ये आम तौर पर धूम्रपान से होती है, पर गैर-धूम्रपान करने वाले भी इससे प्रभावित हो सकते हैं.

गैर-धूम्रपान करने वाले

गैर-धूम्रपान करने वालों को भी फेफड़ों का कैंसर होना आम बात है. ये सोचना गलत है कि सिर्फ धूम्रपान करने वाले ही इस बीमारी का शिकार होते हैं.

कौन से कारण?

फेफड़ों के कैंसर के लिए कुछ मुख्य कारण हैं: सेकंडहैंड धूम्रपान: दूसरों के धूम्रपान से एक्सपोजर और रैडॉन गैस: यह एक अदृश्य गैस है जो ज़मीन से आती है.

वायु प्रदूषण

भारत जैसे देशों में वायु प्रदूषण भी फेफड़ों के कैंसर का रिस्क बढ़ाता है. हवा में हानिकारक केमिकल होते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

खतरे

कुछ पेशे, जैसे निर्माण या फैक्ट्री का काम, में Harmful Elements का एक्सपोजर होता है. ये भी फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकता है.

जेनेटिक्स का रोल

अगर आपके परिवार में फेफड़ों के कैंसर का इतिहास है, तो आपका रिस्क बढ़ सकता है, चाहे आप गैर-धूम्रपान करने वाले ही क्यों न हों.

लक्षण पहचानें

फेफड़ों के कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण हैं: क्रॉनिक खांसी, वजन कम होना, छाती में दर्द.

रोकथाम

फेफड़ों के कैंसर से बचने के लिए: साफ हवा में रहने की कोशिश करें, नियमित चेक-अप कराएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं.

फेफड़ों का कैंसर किसी भी व्यक्ति को हो सकता है. जागरूकता और रोकथाम से इसे समझना और रोकना संभव है

Disclaimer:

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है और इसे चिकित्सा, निदान, या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें. यहां दी गई जानकारी की पुष्टि Zee News नहीं करता.

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