सोने से 1 घंटे पहले ना करें ये गलतियां, नहीं तो हो सकते हैं Sleep Paralysis के शिकार

Zee News Desk
Sep 19, 2024

स्लीप पैरालिसिस

स्लीप पैरालिसिस का होना आमतौर पर कोई चिंता की बात नहीं है.

गंभीर समस्या

लेकिन लगभग 10% लोग ऐसे हैं जिनको बार-बार स्लीप पैरालिसिस होता है तो ये गंभीर समस्या हो सकती है.

नार्कोलेप्सी

अगर अक्सर स्लीप पैरालिसिस होता है तो आप नार्कोलेप्सी नामक नींद की बीमारी का शिकार हो सकते हैं.

लक्षण

सांस लेने में दिक्कत, सीने पर दबाव, घुटन का एहसास, अपने आप से अलग महसूस होना जैसे लक्षण शामिल हैं.

सीने में दबाव

स्लीप पैरालिसिस का भ्रम बहुत आम बात है जो लगभग 75% मामलों में होता है. वे सपनों से अलग होते हैं जिसमें सीने में दबाव का आभास होता है.

REM

शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि स्लीप पैरालिसिस एक बिगड़े हुए रैपिड आई मूवमेंट (REM) के कारण होता है.

रिसर्च

रिसर्च से पता चला है कि लगभग 20 प्रतिशत लोग को कभी न कभी स्लीप पैरालिसिस हुआ है.

इलाज

इसके इलाज के लिए डॉक्टर उन स्थितियों की पहचान करने में सक्षम हो सकते हैं जो स्लीप पैरालिसिस को ट्रिगर कर सकती हैं.

स्क्रीन

अच्छी दिनचर्या भी मदद कर सकती है. शाम को कैफीन और शराब से बचें, और सोने से कम से कम एक घंटे पहले स्क्रीन का उपयोग न करें.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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