अकबर की सभी बेगमों में जोधा सबसे ज्यादा फेमस रहीं लेकिन एक ऐसी बेगम भी थी जिसे उन्होंने बहुत प्यार किया.
सलीमा सुल्तान
उस बेगम का नाम भा सलीमा सुल्तान जिसका ताल्लुख तैमूरी राजवंश से था. नूरुद्दीन की बेटी सलीमा का सीधा कनेक्शन मुगलों से था.
उम्र में बड़ी
बहुत से इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि सलीमा अकबर की चचेरी बहन थीं साथ ही वो अकबर से उम्र में कई साल उनसे बड़ी भी थीं.
शादी का आदेश
हुमायूं ने भांजी सलीमा सुल्तान का निकाह अपने सिपहसालार बैरम खां से कराने का आदेश दिया था. लेकिन सल्तनक के बहुत से लोगों को इस फैसले से खुशी नहीं हुई
बैरम खां की मौत
खैर बैरम खां और सलीमा की शादी हो गई. वहीं, हुमायूं की मौत के बाद अकबर ने सल्तनत संभाली. इसके कुछ सालों बाद बैरम खां की भी मौत हो गई.
हरम
इसके बाद सलीमा मुगल हरम में ही रहने लगी.
पहली पत्नी
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अकबर को पहली पत्नी रुकैया से कोई संतान नहीं हुई थी. जब बहुत सालों तक अकबर बेऔलाद रहे तब उसके बाद वो सलीमा के सम्पर्क में आए
कम उम्र में विधवा
कम उम्र में विधवा होने की वजह से अकबर ने सलीमा सुल्तान से शादी करने का फैसला लिया
शादी के बाद अकबर सलीमा से इतना प्यार करने लगा कि सलीमा को उसने खदीजा की उपाधि तक दे दी थी