बच्‍चे के कारण जब प्‍लेन हुआ क्रैश, कोई भी नहीं बचा

23 मार्च 1994 को एअरोफ़्लोत फ़्लाइट 593, जो की मॉस्कों से हांगकांग जा रही थी. बेहद ही बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी.

इस फ़्लाइट में करीब 75 लोग सफर कर रहे थे. उन सभी लोगों की मौत हो गई. ये दुर्घटना करीब 30 साल पुरानी है.

उस समय से इस दुर्घटना की धीरे-धीरे जांच चल रही. इसकी असली वजह भी जब सामने आई, तो लोग चौंक गए.

प्‍लेन के क्रैश होने की वजह एक 15 साल के बच्चें को बताया जा रहा है. पायलट यारोस्लाव व्लादिमीरोविच कुद्रिंस्की के बच्चों को कॉकपिट में जाने की अनुमति दी गई.

उनके 2 बच्चें, जो की बारी-बारी से पायलट की कुर्सी पर बैठे और उनके 15 साल के बेटे ने ऑटोपायलट सिस्टम के हिस्सें पर जोर का धक्का लगाया, जिससे प्‍लेन तेजी से घूमने लगा.

प्‍लेन की ऐसी स्थिति को देखकर वो बेटे पर चिल्लाये और उसको खतरे का संकेत दिया. कुद्रिंस्की ने प्लेन को संभालने का प्रयास किया लेकिन वो इस स्थिति को जब तक संभालते तब तक बहुत ज्यादा देर हो चुकी थी.

प्लेन की उड़ान की गति काफी ज्यादा तेज हो गई थी लगभग 160 मील प्रति घंटे और ये प्लेन दक्षिणी रूस के कुज़नेत्स्क अलताउ पर्वत श्रृंखला में दुर्घटनाग्रस्त होकर जमीन पर गिर गया.

तबाही के बाद वहां पर सब कुछ समाप्त हो गया था लेकिन दुर्घटना के बाद ऐसा कोई साबूत नहीं मिला, जिससे ये पता चल सके की ये बच्चें के कारण ही हुआ था.

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