आइंस्टीन ने क्‍या मांगा था जो नेहरू नहीं दे पाए

Deepak Verma
Mar 15, 2024

जीनियस आइंस्टीन

अल्बर्ट आइंस्टीन को गुजरे करीब सात दशक हो चुके हैं वह आज भी दुनिया के सबसे मशहूर वैज्ञानिक हैं. (All Photos : Agencies, Truman Library)

यहूदी थे आइंस्टीन

आइंस्टीन जीनियस थे. विज्ञान के क्षेत्र में उनका अतुलनीय योगदान रहा. आइंस्टीन एक यहूदी थे और उन्हें भी नाजी जर्मनी वाले भयावह दौर से गुजरना पड़ा.

US में शरण

जर्मनी में सत्ता पाते ही नाजियों ने आइंस्टीन के घर पर छापा मारा था. आइंस्टीन ने अमेरिका की नागरिकता ले ली.

UN में वोट

आइंस्टीन सताए गए यहूदियों के लिए इजरायल राज्य बनाए जाने के पक्ष में थे. 1947 में संयुक्त राष्‍ट्र के भीतर इजरायल का भविष्य तय होना था.

नेहरू के लिए

दुनियाभर के नेताओं का समर्थन चाहिए था. भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को मनाने के लिए आइंस्टीन की मदद ली गई.

आई चिट्ठी

आइंस्टीन ने 13 जून, 1947 को नेहरू के नाम पत्र लिखा. इसमें बताया कि क्यों भारत को इजरायल का सपोर्ट करना चाहिए.

दिया जवाब

नेहरू ने बड़ी विनम्रता से इनकार करते हुए 11 जुलाई, 1947 को आइंस्टीन को अपना जवाब भेजा.

क्यों नहीं माने नेहरू?

भारत धार्मिक आधार पर बंटवारा भुगत चुका था और नहीं चाहता था कि कोई और देश धार्मिक आधार पर बांटा जाए.

बना इजरायल

UN में इजरायल बनाने के पक्ष में 33 देशों ने वोट डाला. जिन 13 ने विरोध किया, उनमें भारत भी एक था. 10 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.

वो चिट्ठी

आइंस्टीन ने नेहरू की किताब The Discovery Of India पढ़ने के बाद भी उन्हें खत लिखा था.

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