जब औरंगजेब ने अंग्रेजों को मुंबई की गलियों में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था

Shwetank Ratnamber
Jun 15, 2023

अंग्रेजों का वो वाकया

औरंगजेब छठा मुगल शासक था. जिसने अपने राजकाज के दौरान अंग्रेजों को जमकर सबक सिखाया था.

खुन्नस में करवाया खात्मा

आज की मुंबई यानी तत्कालीन बंबई में अंग्रेजों सिपाहियों ने मुगलों के जहाज में जमकर लूटपाट की थी. जिससे खुन्नस खाए औरंगजेब ने मुगलों की ताकत दिखाने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया था.

भागने की जगह भी नहीं मिली

गुस्साए बादशाह ने अपने खास सिपहसालार अल बहर सीदी को बंबई रवाना किया. जिसने 20 हजार सैनिकों के साथ बंबई के तट पर अंग्रेजों को घेर लिया.

बादशाह सलामत का आदेश

बादशाह के आदेश पर उसने पहुंचते ही तोप के गोले दागकर मुगलों की ताकत और बादशाह के गुस्से का प्रदर्शन किया.

आदेश की ऐसी तामील

औरंगजेब के आदेश की ऐसी तामील हुई कि मुगल फौज ने अंग्रेज सिपाहियों को जहां देखा वहीं पर ढेर कर दिया. इसके बाद वहां भगदड़ मच गई.

अंग्रेजों ने लिया ये फैसला

बंबई के तट पर दहशत का ऐसा माहौल था कि अंग्रेजों की टुकड़ी ने एक किले में जाकर शरण ली.

अंग्रेजों की इज्जत का फालूदा निकाल दिया

सीदी ने किले से अंग्रेजों का झंडा हटाकर मुगल परचम लहरा दिया. बड़ी कोशिशों के बावजूद अंग्रेज 15 महीनों तक लाचार रहे. जो अंग्रेज पकड़े गए उन्हें औरंगजेब ने जंजीरो में जकड़वाकर बंबई की गलियों में घुमाया था.

हरम में कम वक्त बिताता था बादशाह

औरंगजेब शायद अकेला ऐसा मुगल बादशाह होगा जिसने हरम की अय्याशियों में डूबने के बजाए हमेशा अपनी ताकत बढ़ाने का काम किया.

ऐसा था औरंगजेब

औरंगजेब का साम्राज्य छल, धोखे और षड्यंत्र के बल पर खड़ा हुआ था. यही कारण था कि औरंगजेब के शासनकाल में धर्मान्धता और धार्मिक कट्टरता चरम पर थी.

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