उत्तर भारत में बीते 1 महीने में 3 बार तेज भूकंप आ चुका है. ऐसे में ये जान लेना आपके लिए जरूरी है कि भूकंप आने कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
भूकंप के वक्त क्या ना करें?
बीती रात नेपाल में फिर भूकंप आया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 थी. इसके झटके दिल्ली, यूपी और पंजाब तक महसूस किए गए. आइए जानते हैं कि भूकंप के वक्त किन गलतियों को करने से बचना चाहिए.
ज्यादातर चोटें कब लगती हैं?
अगर भूकंप आ रहा है और सुरक्षित ना हो तो बिल्डिंग से बाहर भागने की कोशिश ना करें. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर चोटें तब लगती हैं जब बिल्डिंग के अंदर मौजूद लोग किसी दूसरी जगह या बाहर जाने की कोशिश करते हैं.
ना करें बिल्डिंग में जाकर छिपने की गलती
आप अगर घर से बाहर हैं तो वहां से ना हिलें. किसी बिल्डिंग आदि में जाकर ना छिपें. भूकंप के झटकों की वजह से वह गिर सकती है. दीवारों के पास ना छिपें. भूकंप के वक्त सबसे ज्यादा दीवारों के गिरने का खतरा होता है.
कार ड्राइव ना करें
भूकंप के वक्त अगर आप गाड़ी में हैं तो उसे चलाते रहने की गलती नहीं ना करें. जितनी जल्दी संभव हो गाड़ी रोकें और उसी में रुके रहें.
पेड़-खंभे के पास ना खड़े रहें
अगर भूकंप आ रहा है तो किसी बिल्डिंग, पेड़, ओवरपास, बिजली या टेलीफोन के तार और खंभे के नीचे या पास में ना रुकें. वरना वो आपके ऊपर गिर सकता है.
ना जलाएं माचिस की तीली
मलबे में दबे हों तो माचिस की तीली को ना जलाएं. धूल ना उड़ाएं और हिले-डुले नहीं. अपने मुंह को खुला ना रखें. किसी रुमाल या कपड़े से ढकें.
मदद के लिए चिल्लाने से बचें
अगर मलबे में दबे हैं तो मदद के लिए किसी पाइप को थपथपाएं या साथ में सीटी हो तो उसे बजाएं. ये दो ऑप्शन होने पर चिल्लाने की गलती ना करें क्योंकि इससे मुंह में सांस के द्वारा धूल आपके शरीर में जा सकती है.
भूकंप के बाद बरतें ये सावधानी
भूकंप के रुकने के बाद भी पुलों और रैम्प आदि पर जान की गलती ना करें. अगर बहुत जरूरी ना हो तो उसे अवॉइड करें. भूकंप के कारण वो टूटे हो सकते हैं.