क्या आप जानते हैं सैम मानेकशॉ की लव स्टोरी? जिन्होंने पाकिस्तान के किए थे 2 टुकड़े
krishna pandey
Apr 03, 2024
कौन थे सैम मानेकशॉ?
सैम मानेकशॉ का पूरा नाम सैम होरमूजजी फ्रामजी जमशेदजी मानेकशॉ था. सैम मानकेशॉ का जन्म 3 अप्रैल, 1914 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. 1971 की जंग में पाकिस्तान को हराने और नया मुल्क बांग्लादेश बनाने का पूरा श्रेय सिर्फ एक ही शख्स को जाता है. वो हैं फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ. जन्मदिन पर जानते हैं उनकी प्रेम कहानी.
सिलू बोडे से किया विवाह
सैम मानेकशॉ और सिल्लू ने 1939 में शादी कर ली और बाद में उनकी दो बेटियां शेरी और माया हुईं. द वीक मैगज़ीन के अनुसार, सिल्लू मानेकशॉ, जिनका जन्म सिल्लू बोडे के रूप में हुआ था, वह एक आर्ट में माहिर थीं.
कैसे हुई मुलाकात
1937 में सिल्लू बोडे अपनी बहन तेहमी और बहनोई ब्रिटिश भारतीय सेना में डॉक्टर, कर्नल कैखुशरू भरूचा से मिलने लाहौर गईं थीं.वहीं उनकी मुलाकात सैम से हुई. सैम को सिल्लू की समाज के लिए काम करना बहुत प्रभावित किया था.
डिनर पार्टी में दे बैठे दिल
डिनर पार्टी में जब सिल्लू ने युवा कैप्टन सैम को देखा तो सैम को देखते ही उन्हें प्यार हो गया. इसके बाद दोनों ने 22 अप्रैल, 1939 को शादी कर ली. सिल्लू की हमेशा चाहत थी कि उनके आस पास के लोग खुश रहें. 2001 में फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित होने के बाद सिल्लू ने 90 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया.
पाकिस्तान के किए दो टुकड़े
पाकिस्तान से 1971 का वॉर हुआ था. उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे. उन्हें साल 1971 वॉर में मिली जीत का सबसे बड़ा हीरो माना जाता है. सैम मानेकशॉ की मौत 27 जून, 2008 को तमिलनाडु के वेलिंगटन में 94 वर्ष की आयु में हुई.