हरम का काला सच

हरम में अंडरग्राउंड बनी थी ये चीज, जहां होता था घिनौना काम

Sumit Rai
May 28, 2023

हरम के सीक्रेट

मुगल हरम को लेकर अब तक ऐसी कई कहानियां सामने आ चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी कई सीक्रेट हरम के दरवाजों के पीछे बंद हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही सीक्रेट बता रहे हैं.

हरम के कड़े नियम

मुगलों के हरम में एक बादशाह की कई रानियां और दासियां हुआ करती थीं, लेकिन सभी को एक तय नियम के अनुसार चलना पड़ता था. हरम में रानी हों या दासी, सभी लोगों को कड़े नियमों का पालन करना पड़ता था.

हरम में 5 हजार महिलाएं

मुगलों के हरम में महिलाओं की संख्या काफी मायने रखती थी और सबसे ज्यादा मुगल बादशाह अकबर के हरम में पांच हजार से ज्यादा औरतें थीं.

अलग-अलग महिलाएं

मुगलों के हरम में अलग-अलग धर्म, क्षेत्र, भाषा और संस्कृति से ताल्लुक रखने वाली महिलाएं होती थीं, जिनके बीच कई बार विवाद हो जाता था.

बादशाह ही सबकुछ

मुगल हरम में बादशाह ही सबकुछ होता था और हरम में रहने वाली सारी महिलाएं बादशाह को खुश करने की कोशिश में लगी रहती थीं. सिर्फ बादशाह को ही हरम में हर जगह जाने की इजाजत होती थी.

बाहर निकलने की आजादी नहीं

मुगल हरम में रहने वाली महिलाओं को कई तरह की सुविधाएं मिलती थीं, लेकिन उनको हरम से बाहर निकलने की आजादी नहीं थी. इस वजह से वो बाहर की दुनिया देख तक नहीं पाती थीं.

गुलाम होती थीं महिलाएं

महिलाओं को हरम के अंदर कई तरह की सुविधाएं मिलती थीं, लेकिन वह वहां गुलामी की जिंदगी जीती थीं. इसके अलावा हरम के नियम का पालन नहीं करने वाली महिलाओं को कड़ी सजा भी दी जाती थी.

फांसी तक की सजा

हरम में रहने वाली महिलाओं को कई बाद उनकी गलती के लिए फांसी तक पर लटका दिया जाता था. लेकिन, इसके बाद भी उन्हें हरम के बाहर नहीं ले जाया जाता था.

हरम में सीक्रेट फांसीघर

हरम में गलती करने वाली महिलाओं को फांसी देने के लिए अंडरग्राउंड फांसी घर हुआ करता था, जहां उन्हें फांसी दी जाती थी. इसके अलावा हरम के अंदर ही अडरग्राउंड कुआं भी हुआ करता था, जहां लाश को ठिकाने लगाया जाता है.

सिर्फ बादशाह को जाने की इजाजत

ऐसी जगहों पर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी, यहां सिर्फ बादशाह को जाने की अनुमति होती थी. इतना ही नहीं इन जगहो पर बादशाह के बेटे को भी जाने की इजाजत नहीं होती थी.

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