पहले कानून मंत्री अंबेडकर- 1947

डॉक्टर बीआर अंबेडकर को जातिगत भेदभाव से जूझना पड़ा. मंदिर में प्रवेश वर्जित जैसी बातें उनके दिमाग में घर कर गई थीं. ऊंच-नीच का फर्क मिटाने के संघर्ष की नींव पड़ी तो वह भारत के पहले कानून मंत्री बने. 11 अक्टूबर 1951 को उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था.

Shwetank Ratnamber
May 18, 2023

अशोक कुमार सेन- 1957

अशोक कुमार सेन ने कोलकाता हाईकोर्ट से अपने करियर की शुरुआत की थी. कानून की बारीकियों पर उनकी जबरदस्त पकड़ थी. उन्होंने 12 मई 1957 को कानून मंत्री का पद ग्रहण किया और फिर 24 जनवरी 1966 तक अपने पद पर रहे.

पैनमपिली गोविंदा मेनन- 1967

पैनमपिली गोविंदा मेनन का जन्म केरल में हुआ था. मेनन 13 मार्च 1967 से 23 मई 1970 तक देश के कानून मंत्री रहे. उन्होंने तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की कैबिनेट में ये विभाग संभाला था.

शांतिभूषण- 1977

शांति भूषण 1977 से 1979 तक देश के कानून मंत्री रहे थे. वो मोरारजी देसाई की सरकार में मंत्री थे. 1980 में शांति भूषण ने एनजीओ Centre for Public Interest Litigation की शुरुआत की. इसके जरिए सुप्रीम कोर्ट तक देशहित से जुड़ीं कई याचिकाएं पहुंची थीं. इसी साल जनवरी में उनका निधन हो गया.

पी शिवशंकर- 1987

कानून मंत्री शिवशंकर की गिनती इंदिरा गांधी की सरकार के सबसे ताकतवर मंत्रियों में होती थी. इंदिरा गांधी के अनुरोध पर आपातकाल से संबंधित कई मुकदमों की पैरवी की. वो 1978 और 1980 में सिकंदराबाद से सांसद के रूप में जीते थे. इंदिरा गांधी महत्वपूर्ण बैठकों शिवशंकर के पहुंचने का इंतजार करती थीं.

सुब्रमण्यम स्वामी- 1990

सुब्रमण्यम स्वामी ने 1990 में जनता पार्टी की सरकार में ये पद संभाला था. सुब्रमण्यम स्वामी की पत्नी रोक्सना स्वामी भी सुप्रीम कोर्ट की वकील रही हैं. दोनों की मुलाकात हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुई थी.

रामजेठमलानी- 1996

क़ानून मंत्रीदेश के जाने माने वकील और पूर्व कानून मंत्री पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी अपनी बेबाक टिप्पणियों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में यह पद संभाला था.

अरुण जेटली- 2000

साल 2012 में बीजेपी के दिवंगत नेता और पूर्व क़ानून मंत्री अरुण जेटली ने एक कार्यक्रम में सेवानिवृत्ति के बाद न्यायाधीशों की नियुक्ति के चलन पर सवाल उठाए थे. उन्होंने सन 2000 में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में ये जिम्मेदारी निभाई थी.

हंस राज भरद्वाज- 2004

19 मई 1937 को हरियाणा के रोहतक जिले में जन्मे हंसराज भारद्वाज ने यूपीए के कार्यकाल के वक्त कानून मंत्री के रूप में सबसे लंबा वक्त बिताया था. हंसराज भारद्वाज 22 मई 2004 से 28 मई 2009 तक कानून मंत्री रहे हैं.

रविशंकर प्रसाद- 2014

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने लंबे समय तक कानून मंत्री का पदभार संभाला था. कानून मंत्री के रूप में प्रसाद को तीन कार्यकाल मिले. 27 मई से 9 नवंबर 2014, 5 जुलाई 2016 से 25 मई 2019 और 30 मई 2019 से 7 जुलाई 2021.

किरेन रिजिजू

किरेन रिजिजू अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट कामेंग जिले से आते हैं. वो अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट से BJP सांसद हैं. उनके पास दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री है. जुलाई 2021 के कैबिनेट विस्तार में उन्हें कानून मंत्री बनाया गया. तब उन्होंने रविशंकर प्रसाद की जगह पद संभाला था.

अर्जुन राम मेघवाल- 18 मई 2023

अर्जुन राम मेघवाल अपने सरल जीवन के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई मंत्रालयों में काम किया है. बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद है.

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