मिलिए देश के इस शाही घराने से, जहां 400 साल बाद जन्मा बच्चा

Zee News Desk
Jun 28, 2024

प्राचीन भारत में एक परम्परा होती थी, जिसमें राज्य का एक राजा होगा, जो अपनी प्रजा का ध्यान रखता था. राजा की मृत्यु के बाद उसका उत्तराधिकारी शासन करता था.

देश में एक ऐसा शाही परिवार भी है, जिनके आंगन में 400 साल बाद बच्चे की किलकारियां गूंजी.

ये शाही परिवार आज भी राजशाही जीवन जीते हैं, और अपने पूर्वजों की विरासत को आगे बढ़ा रहें हैं.

वाडियार वंश

इस वंश का इतिहास भगवान कृष्ण के यदुवंशी वंश के समय का है.

यह रजवाड़ा भारत के मैसूर राज्य पर शासन किया करते थे. भगवान श्रीकृष्ण ने भी एक बार मैसूर राज्य पर शासन किए थे.

साल 1612 में वाडियार वंश के राजा ने विजयनगर के पतन के बाद उसकी सम्पति लूटने और विजयनगर पर जबरदस्ती कब्जा करने का आदेश दिया.

विजयनगर की रानी अलमेलम्मा ने वाडियार वंश को सिंहासन पर जबरन कब्जा करने के चलते श्राप दिया था.

महारानी अलमेलम्मा ने मरने से पहले कहा था कि, 'इस वंश के राजा-रानी के कभी बच्चे नहीं होंगे'

उस समय से लेकर लगभग 400 सालों से इस राजघराने में लंबे समय तक संतान के तौर पर पुत्र नहीं हुआ है. राजा-रानी अपने वंश को आगे बढ़ाने के लिए परिवार के किसी दूसरे सदस्य के पुत्र को गोद लेते रहे.

फिर घराने 27वें राजा यदुवीर की शादी जून 2016 को डूंगरपुर की राजकुमारी तृषिका सिंह से हुई थी. फिर अगले साल तृषिका सिंह ने बच्चे को जन्म दिया.

डिसक्लेमर- यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स से प्राप्त किया गया है. यह जानकारी जी न्यूज की राय नहीं है.

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