बाबर पर अपने परिवालों की जिम्मेदारी बहुत ही छोटी उम्र में आ गई थी. कम उम्र में ही बाबर ने फरगना पर विजय प्राप्त कर ली थी.

Jun 05, 2023

बाबर ने फरगना पर अपनी जीत काफी कम समय में ही खो दी थी. शासन न कर पाने की वजह से बाबर को काफी कठिन समय से गुजरना पड़ा.

फिर उसके बाद बाबर ने 1502 में अफगानिस्तान में काबुल पर विजय प्राप्त कर ली थी. इसी के साथ बाबर ने फरगना और समरकंद पर भी अपना कब्जा कर लिया था.

बाबर की कुल 11 पत्नियां थीं और उन सभी से बाबर के 20 बच्चे थे. बाबर का पहला बेटा हुमायूं था.

फिर उसके बाद बाबर ने 1526 से लेकर 1530 तक भारत पर राज किया.

पानीपत की लड़ाई में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराया था. उसके बाद बाबर ने 1526 में एक मस्जिद भी बनवाई थी.

अगर बाबर भारत ना आता तो मुगलों का इतिहास अधूरा रह जाता या कभी बन ही नहीं पाता.

मुगलों का भेषभूषा, खाना, कला और नृत्य में खास योगदान रहा है.

बाबर दुनिया के पहले शासक थे, जिन्होंने अपनी आत्मकथा लिखी.

भारत में भले बाबर को वो सम्मान नहीं मिला, जो उनके पोते अकबर को मिला था.

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