मुगल हरम के अंधेरे कमरों में क्या होता था? खौफनाक है सच

Rachit Kumar
Sep 10, 2023

मुगलों का एक लंबा इतिहास रहा है. उन्होंने 300 से ज्यादा वक्त तक राज किया. जब युद्ध और बाकी रोजमर्रा के कामों से बादशाह फ्री होते थे तो वे हरम में जाया करते थे.

मुगल हरम वो जगह थी, जहां बादशाह की रानियां और कनीजों को रखा जाता था. इनकी पहरेदारी के लिए हिजड़ों को रखा जाता था.

मुगल हरम की शुरुआत बाबर ने की थी, जिसे बादशाह का दिल बहलाने के लिए शुरू किया गया था.

अकबरनामा लिखने वाले इतिहासकार अबुल फजल ने लिखा है कि अकबर के हरम में 5 हजार औरतें थीं.

हरम में जो महिलाएं आती थी, वे या तो बादशाह को तोहफे में मिलती थीं या फिर वे होती थीं, जिन पर बादशाह का दिल आ जाता था.

लेकिन इनमें कुछ ही ऐसी होती थीं, जो बादशाह के करीब पहुंच पाती थीं. बाकी औरतों की जिंदगी तड़प में ही बीत जाती थी.

लेकिन मुगल हरम का भी एक खौफनाक हिस्सा था, जो उसके पीछे वाले हिस्से में हुआ करता था.

ये वो अंधेरे कमरे होते थे, जहां उन महिलाओं को बंद रखा जाता था, जो सुल्तान के साथ रात बिता चुकी होती थीं.

ये कदम मुगल हरम में रहने वाली रानियां उठाती थीं. क्योंकि उनको डर था कि यहीं ये औरतें बादशाह की ज्यादा करीब न बन जाएं.

इसके अलावा बीमार महिलाओं को भी इन्हीं कमरों में रखा जाता था.

इसके अलावा मुगल हरम में एक फांसीघर भी होता था. यहां महिलाओं को जान से मारकर उनकी लाशों को दफन कर दिया जाता था. इसी हिस्से से महिलाएं सबसे ज्यादा खौफ खाती थीं.

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