मुगल हरम में हिंदू बेगमों के साथ होता था ऐसा, सिर्फ चलती थी बादशाह की मर्जी
Jul 10, 2023
हरम के सीक्रेट्स
मुगल शासकों की लाइफस्टाइल और उनके हरम को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है और इनके सीक्रेट्स हर कोई जानना चाहता है.
क्या होता था हरम?
हरम एक शाही कमरा या महल होता था, जिसे मुगल शासन में महिलाओं या फिर बेगम के लिए बनाया जाता था. हरम में महिलाओं के अलावा सिर्फ बादशाह को जाने की इजाजत होती थी.
हरम में क्या होथा था?
मुगल हरम में मुगल हरम बादशाहों की अय्याशी का अड्डा होता था और यहां रहने वाली महिलाओं की जिम्मेदारी बादशाह की जरूरतों को पूरा करने की होती थी. साथ ही इनको कड़े नियमों का पालन भी करना पड़ता था.
हरम में हिंदू बेगम
मुगल इतिहास में कई बादशाहों ने हिंदू महिलाओं से भी निकाह किया था और उनको भी हरम में ही रहना पड़ता था. आज हम आपको बताते हैं कि हरम में रहने वाली हिंदू रानियों की क्या स्थिति होती थी.
हिंदू बेगम की स्थिति
मुगल साम्राज्य के हर बादशाह का अपना हरम होता था, जहां हिंदू और मुस्लिम बेगमों को रखते थे. हरम में रहने वाली हिंदू रानियों की स्थिति और रहन-सहन भी अन्य बेगमों की तरह होता था.
सिर्फ चलती बादशाह की मर्जी
हरम में एक बाद प्रवेश पाने वाली महिलाओं को हमेशा वहीं रहना पड़ता था और वहां सिर्फ बादशाह की मर्जी चलती थी.
अकबर का हरम
मुगल बादशाहों में अकबर का हरम सबसे ज्यादा बड़ा होता था, जिसमें करीब 5000 महिलाएं रहा करती थीं.
अकबर की खास बेगम
कहा जाता है कि अकबर के हरम में रहने वाली हरका बाई सबसे खास थीं और उनका रुतबा सभी बेगमों में सबसे अलग था. इसके साथ ही उनके लिए खास व्यवस्था की जाती थी.
सारी महिलाएं झुकाती थीं सिर
अबू फजल की किताब अकबरनामा के अनुसार, हरम की सारी महिलाएं हरका बाई के आगे सिर झुकाती थीं और उन्हें मरियम-उज-जमानी' का दर्जा देती थीं.