चौथी शताब्दी के सम्राट हर्षवर्धन की गिनती भारत के महान राजाओं में होती है. उन्होंने कनौज की राजधानी बनाकर पूरे उत्तर भारत को एक सूत्र में बांधा. वह मात्र 16 साल की उम्र में राजा बने थे.
सम्राट हर्षवर्धन ने लगभग आधी शताब्दी तक यानी 590 ईसवी से लेकर 647 ईसवी तक अपने राज्य का विस्तार किया था. बता दें हर्षवर्धन ने पंजाब छोड़कर पूरे उत्तरी भारत पर राज किया. इनका शासन काल लगभग 41 वर्ष का रहा.
चंद्रगुप्त मौर्य-
चंद्रगुप्त मौर्य भी महान सम्राटों में से एक है. उन्होंने मौर्य सम्राज्य की स्थापना की थी. मौर्य ने सिंकदर के सेनापति सेल्युकस को दो बार बंधक बनाकर छोड़ दिया था.
चंद्रगुप्त ने अपने पुत्र बिंदुसार को गद्दी सौंपी. इतिहास में बिंदुसार को महान पिता का पुत्र और महान पुत्र का पिता कहा जाता है.
सम्राट अशोक-
सम्राट अशोक एक निर्भीक योद्धा थे, लेकिन कलिंग की भीषण युद्ध ने उनका हृदय परिवर्तन कर गिया और वे अहिंसा के रास्ते चल पड़े.
सम्राट अशोक का साम्राज्य उत्तर में हिंद्कुश से लेकर दक्षिण में गोदावरी (बांग्लादेश, अफगानिस्तान और ईरान) तक फैला था.
पोरस महान-
हिंदू राजा पोरस की गिनती भी भारत के महान राजाओं में होती है. पोरस सिंधु के राजा थे. उन्होंने सिंकदर के साथ बहादुरी से युद्ध लड़ा.
और सिंकदर ने भी उनके साहस को सलाम किया था. पोरस- सिंकदर के बीच युद्ध 326 ईसा पूर्व में हुआ था.
शिवाजी महाराज-
वीर शिवाजी की वीरता का सबूत उनके नाम से ही मिलता है. वीर शिवाजी ने अपनी वीरता से मुगलों के छक्के छुड़ाए थे.