मुगलों के इतिहास में गुलबदन बेगम, नूरजहां और मुमताज महल से लेकर ज़ेबुन्निसा जैसी कई महिलाओं का जिक्र किया गया, लेकिन सबसे पावरफुल और अमीर महिला इसी शहजादी को कहा गया.
Shwetank Ratnamber
May 26, 2023
सबसे रईस शहजादी
सबसे अमीर शहजादी शाहजहां की बेटी थी. शाहजहां की बेटी का नाम जहां आरा था जो मुमताज और शाहजहां की सबसे बड़ी बेटी थी.
अजमेर में जन्म
साल 1614 में अजमेर में पैदा हुई, जहांआरा औरंगजेब की बड़ी बहन थी. कहा जाता है कि जहां आरा रूपवती और कुशल महिला थी जो बेहद कम उम्र से ही मुगल शासन का हिस्सा बन गई थी.
कम उम्र में संभाली हरम की जिम्मेदारी
जहांआरा की मां की मौत हुई तब वो 17 साल की थीं. पत्नी की मौत से दुखी बादशाह का ध्यान राजपाट से उचटने लगा तो उसने एकांत में जिंदगी बिताना शुरू किया. ये वो दौर था जब मुगल साम्राज्य के हरम की जिम्मेदारी जहांआरा पर आ गई थी.
मिला ये बड़ा खिताब
उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए शाहजहां ने सल्तनत के कई मामलों की जिम्मेदारी जहांआरा को सौंपी और उन्हें पादशाह बेगम घोषित किया.
कमाई के मामले में नंबर 1
आपको जानकर हैरानी होगी कि जहां आरा को बादशाह शाहजहां के द्वारा ₹6 लाख का वार्षिक वजीफा मिलता था. जहांआरा को जब इस पॉकेट मनी मिलने की शुरुआत हुई उस वक्त उनकी उम्र 14 साल थी.
रईस शहजादी की लव लाइफ
सबसे अमीर शहजादी होने के बाद भी जहांआरा ताउम्र कुंआरी रहीं. ऐसा बिल्कुल नहीं था कि उन्हें कभी प्यार नहीं हुआ. इतिहासकार निकोलाओ मनूची के मुताबिक, जहांआरा के प्रेमी चुपके-चुपके मिलने आते थे, लेकिन शादी न होने की कई वजह बताई गई हैं.
कमाल की आर्किटेक्ट
दिल्ली के मशहूर चांदनी चौक बाजार को हम सभी जानते हैं. चांदनी चौक डिजाइन करने का श्रेय भी कई लोग जहां आरा को ही देते हैं.
इतिहासकारों की राय
जहांआरा बेशक मल्लिका-ए-हिन्दुस्तान नहीं थीं, लेकिन अपनी मां की मौत के बाद ताउम्र मुग़ल साम्राज्य की सबसे शक्तिशाली महिला रहीं. उनकी पावर इस बात से भी समझी जा सकती है कि उन्हें सूरत शहर दिया गया, जहां मुगलों के जहाज चलते थे और अंग्रेजों के साथ व्यापार होता था.
सबसे बड़ा गिफ्ट
यही वजह है कि जहांआरा को मुगलों की सबसे अमीर शहजादी कहा गया. फरवरी 1633 में जब भाई दारा शिकोह और नादिरा बेगम का निकाह हुआ तो उसे मुगलों की सबसे महंगी शादी कहा गया. जिसमें 32 लाख रुपए का खर्च आया था जिसमें 16 लाख रुपए अकेले जहांआरा ने बतौर भेंट कर दिए थे.