इस मुगल बादशाह को अंग्रेजों ने परोसा था उसके बेटों का मांस!
Gunateet Ojha
Jul 10, 2023
आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर (1775-1862) को बहुत यातना झेलनी पड़ी थी. अंग्रेजों ने उन्हें तोड़कर रख दिया था.
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में बहादुर शाह जफर ने अंग्रेजों से मोर्चा लिया था. अंग्रेजों के हाथ मुह की खाने के बाद बहादुर शाह जफर के हाथ से सल्तनत चली गई.
अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को जंजीरों में बांधकर बंदीगृह में डाल दिया. आइये आपको बताते हैं बहादुर शाह जफर से जुड़े रोचक इतिहास के बारे में.
बहादुर शाह का जन्म 24 अक्टूबर 1775 में हुआ था. जफर बहादुर शाह अकबर शाह द्वितीय और लालबाई के बेटे थे. उनकी मां लालबाई हिंदू थीं.
1857 में जब अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह हुआ तो बहादुर शाह जफर ने हिंदुस्तान का नेतृत्व किया और अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी.
इस युद्ध में अंग्रेजों ने हिन्दुस्तानियों पर जमकर जुल्म किया. अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को बंदी बनाकर उनके साथ जानवरों सा बर्ताव किया.
बहादुर शाह जफर को जब भूख लगी तो अंग्रेजों ने उनके सामने उनके बेटों का कटा सिर परोस दिया. अंग्रेजों के इस बर्ताव से बहादुर शाह जफर तनिक भी नहीं घबराए.
उन्होंने अंग्रेजों से कहा कि हिंदुस्तान के बेटे देश के लिए सिर कुर्बान कर अपने बाप के पास इसी अंदाज में आया करते हैं.
अंग्रजों में बहादुर शाह जफर का डर समाया हुआ था. हिन्दुस्तान में आजादी की आग फिर ना भड़के इसलिए जफर को रंगून भेज दिया गया.