इस गांव में पुरुषों की 'नो एंट्री', बेटों को भी छोड़ देती हैं महिलाएं

Rachit Kumar
Jul 06, 2023

दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां कुछ मील की दूरी पर संस्कृति, भाषा और परंपराएं पूरी तरह बदल जाती हैं.

उत्तरी केन्या का सैमबुरु काउंटी का गांव उमोजा भी कुछ ऐसा ही है.

इस गांव में सिर्फ और सिर्फ महिलाएं रहती हैं, जो आदिवासी बस्तियों जैसा दिखता है.

लेकिन इस गांव में एक भी मर्द नहीं है. उमोजा स्वाहिली भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है एकता.

साल 1990 में लिंग आधारित हिंसा से बचने वाली महिलाओं के लिए एक सुरक्षा शिविर बनाया गया था, जिसे अब उमोजा गांव कहा जाता है.

इस गांव में सभी उम्र की महिलाएं रहती हैं. महिलाएं सुरक्षित रह सकें, इसलिए गांव में पुरुषों की नो एंट्री है.

यहां अकसर ऐसी महिलाएं रहती हैं, जो परिवार द्वारा छोड़ी गईं, यौन हिंसा या दुर्व्यवहार से पीड़ित रह चुकी हैं.

इस गांव में किसी पुरुष बच्चे को सिर्फ 18 साल की उम्र तक रहने की इजाजत है.

इसके बाद महिलाएं अपने पुरुष बच्चों को छोड़ देती हैं.

गांव में रहने वालों को लिंग आधारित हिंसा और महिलाओं के अधिकारियों के बारे में बताया जाता है.

सीएनएन के मुताबिक, एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए पॉल निंसन जो घाना के एक फोटोग्राफर हैं, को उमोजा गांव के बारे में पता चला था.

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