32 में 31 सीट इस नेता ने जिताया, फिर भी देश में नहीं हो रही चर्चा, क्या आप जानते हैं नाम

krishna pandey
Jun 05, 2024

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आ चुके हैं, पूरा देश इन दिनों चुनाव के माहोल में रंगा है, हर तरफ राजनीति और नई सरकार की चर्चा है, अबकी बार 'मोदी सरकार, 400 पार नारा' काम नहीं आया, 240 सीटों पर ही कमल खिला है. कांग्रेस ने तो पिछली बार की तुलना में बेहतर किया है, लेकिन...

लोकसभा चुनाव के परिणामों के बीच एक नाम की चर्चा उस स्तर पर देश में हुई ही नहीं, जिसने पूरे राज्य में अपने नाम का डंका बजा दिया. आइए जानते हैं पूरी कहानी.

देश भर में लोकसभा चुनाव के बीच सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी कराए गए. सिक्किम में हुए विधानसभा चुनाव के जो नतीजे दुनिया के सामने आए तो कर कोई हैरान रह गया.

सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने पूरे सिक्किम राज्य 32 सीटों में 31 सीट जीतकर तो हाहाकार मचा दिया और फिर सरकार बनाने जा रही है. इस कामयाबी के पीछे एक ही आदमी का हाथ है. और उसका नाम है दूसरी बार सिक्किम के CM बनने जा रहे प्रेम सिंह तमांग.

सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग को योग्य संगठनकर्ता, प्रशासक और तेजतर्रार राजनेता माना जाता है. इन चुनावों में उनका व्यक्तिगत करिश्मा तो देखने को मिला ही विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बल पर पार्टी की सीटें भी बढ़ीं और मत भी. यही वजह है उनकी पार्टी एसकेएम राज्य में दोबारा सरकार बनाने जा रही है.

सिक्किम विधानसभा चुनाव (Sikkim Assembly Elections 2024) में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (Sikkim Krantikari Morcha) की जबरदस्‍त जीत दिलाने वाले मुख्‍यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (Prem Singh Tamang) का जीवन सफर बहुत ही रोचक है.

कालू सिंह तमांग और धन माया तमांग के घर पांच फरवरी 1968 को प्रेम सिंह तमांग का जन्‍म हुआ. पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के एक कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1990 में सरकारी स्कूल में शिक्षक बन गए.

तमांग ने यह नौकरी तीन साल बाद छोड़ दी और 1994 में एसडीएफ की सह-स्थापना की और कई सालों तक जुड़े रहे. 2013 में अपनी पार्टी बनाने से पहले करीब 15 सालों तक मंत्री रहे. एसकेएम ने 2014 के विधानसभा चुनावों में 10 सीटें जीतीं थी.

चामलिंग की अगुवाई वाले एसडीएफ के संस्थापक सदस्य रहे प्रेम सिंह तमांग ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत कर 2013 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा बनाया. अपने पूर्व राजनीतिक गुरु के क्रोध का भी सामना करना पड़ा. उन पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हुआ और एक वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गई.

जेल से बाहर आने के बाद तमांग ने अपनी पार्टी को नया स्वरूप दिया. दो सालों में ही उनकी पार्टी ने चामलिंग को सत्ता से हटा दिया और 2019 में 17 सीटें जीत लीं. और इस बार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 31 सीट मिली है, पूरे राज्य में उनकी पार्टी का चारों ओर तारीफ हो रही है.

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