पहली बारिश में भूलकर मत नहाना, वरना...

krishna pandey
May 29, 2024

बारिश बन न जाए आफत

लंबे समय से गर्मी ने हर किसी का हाल बेहाल कर रखा है, ऐसे में बारिश की फुहारों ने हर किसी को कुछ राहत दी है. भयंकर गर्मी के बाद जब बारिश की पहली फुहारे (First Rain) पड़ती हैं तो हर कोई उन फुहारों में भीगना चाहता है, लेकिन यह परेशानी बढ़ाने वाला भी साबित हो सकता है. जानें कैसे?

पहली बारिश में नहाना चाहिए?

पहली बारिश में नहाना कितना फायदेमंद है और कितना हानिकारक अक्सर इसको लेकर लोगों के मन में सवाल उठते हैं. जानतें हैं इसके बारे में...

बारिश में नहाने का मन?

तमाम लोगों को बारिश में नहाना अच्छा लगता है. कुछ लोग ऑफिस, घर हर जगह बस बारिश ही खोजते हैं, जैसे ही बारिश होनी शुरू हुई लोग बारिश में नहाने का मौका खोजने लगते हैं, लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.

डॉक्टर की राय?

पहली बारिश का बॉडी पर अलग तरह का प्रभाव (Effect of First Rain) पड़ता है. डॉक्टर भी पहली बारिश में भीगने को हेल्थ के लिए अच्छा नहीं मानते हैं. आइए जानते हैं कि पहली बारिश में भीगने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है.

त्वचा पर सबसे अधिक असर

डॉ.अप्रतिम गोयल (त्वचा विशेषज्ञ) https://www.practo.com की एक रिपोर्ट में लिखती हैं कि हम सभी यह मानते हुए बड़े हुए हैं कि बारिश की पहली बौछारें बालों और त्वचा के लिए अच्छी और दवाई के तौर पर होती है, लेकिन यह सरासर गलत है.

जिंदगी में जहर

आज के दौर में पहली बारिश का पानी बहुत ही नुकसान वाला है, चारों तरफ प्रदूषण ही प्रदूषण नजर आता है, हरियाली की कमी होती जा रही, रसायनों और वाहनों के उपयोग ने जिंदगी में सिर्फ जहर ही घोला है.

बारिश के पानी में ‌एसिड

गर्मी के मौसम में लंबे इंतजार के बाद जब पहली बार बारिश होती है तो उसके साथ एटमॉस्फियर के धूलकण भी गिरने लगते हैं. जो हमारे हेल्थ के लिए नुकसान दायक है. पहली बारिश के पानी में प्रदूषित कणों और अन्य जहरीले कणों के कारण एसिड की मात्रा अधिक होती है.

स्किन का खराब होना

यह हमारे स्किन और बालों के लिए अच्छी नहीं होती है. हवा में मौजूद सल्फर पानी से मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड बनाते हैं जो बालों और त्वचा के लिए हानिकारक होता है. इससे त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं. फेस पर पिंपल बढ़ सकते हैं.

बालों का गिरना

बारिश के साथ गिरने वाले धूलकण से एलर्जी की समस्या हो सकती है. बालों के गिरने और उड़ने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. पहली बारिश के समय तापमान में बहुत ज्यादा अंतर होता है. बारिश के पहले जहां तापमान 40 डिग्री के आसपास होता है वहीं बारिश होने पर तापमान में 10 से 12 डिग्री की गिरावट हो जाती है.

संक्रमण का होना

बारिश के पानी में नहाने से सबसे बड़ा खतरा संक्रमण का रहता है. दरअसल में हमारे शरीर पर काफी सारे कीटाणु और कोशिकाएं होती हैं. ऐसे में जब हम बारिश के पानी में नहाते हैं तो शरीर पर मृत कोशिकाएं उत्पन्न हो जाती हैं जो संक्रमण जैसी परेशानी को जन्म देती हैं.

जुकाम का होना

बारिश में भीगने से सर्दी जुकाम होने का खतरा रहता है. पहली बारिश में भीगने से यह खतरा तापमान के भारी अंतर के कारण और बढ़ जाता है. सिर और कपड़ों के गीले रहने के कारण सर्दी, इंफेक्शन और मौसमी एलर्जी का खतरा होता है जो सर्दी जुकाम का सबसे मुख्य कारण होते हैं.

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