मुगलों की अय्याशी के बारे में कई किताबों में विस्तार से लिखा गया है. उनके हरम के किस्से पूरी दुनिया में चर्चा का विषय रहते हैं.

Zee News Desk
May 11, 2023

इटली के यात्री और लेखक निकोलाओ मानुची ने मुगलों के हरम के बारे में काफी विस्तार से लिखा है. ‘मुगल इंडिया’ किताब में लिखी बातों के मुताबिक बादशाह की खासमखास बेगमों और चंद गिनी चुनी महिलाओं को छोड़कर हरम में रहने वाली औरतों की हालत बद से बदतर हो जाती थी.

दरअसल मुगल हरम में बादशाह के अलावा कोई दूसरा मर्द झांकता तक नहीं था. लेकिन बीमार होने पर इलाज के लिए कुछ खास परिस्थितियों में हरम में डॉक्टरों को जाने की अनुमति थी.

मानुची ने अपनी किताब में बताया है कि चिकित्सक होने की वजह से उसे दवाओं की बहुत जानकारी थी. उसके शहजादे दारा शिकोह से घनिष्ट संबंध थे. अपनी किताब में उसने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है कि हरम की औरतें मर्दों से मिलने के लिए बेकरार रहती थीं. कुछ तो पागलों जैसी हरकतें करने लगती थीं.

मानुची ने लिखा है कि हरम में महिलाएं चिकित्सक का हाथ पकड़ लेती थीं. उनके हाथों को चूमती थीं.

मानुची ने लिखा कि हरम की महिलाएं बादशाह की प्राइवेट प्रॉपर्टी होती थीं. वहां की महिलाएं अकेलेपन की वजह से अजीबोगरीब बरताव करती थीं. कई बार महिलाएं अपने प्राइवेट अंगों तक चिकित्सक का हाथ ले जाती थीं.

मानुची ने ये भी लिखा है कि हरम में किसी भी मर्द को जाने की मनाही थी. ऐसे में महिलाएं बीमार होने तक का बहाना बनाती थीं ताकि वो किसी मर्द को छू सकें.

हरम में रहने वाली औरतों की सेवा तो खूब होती थी लेकिन उन्हें कड़े पहरे और बंदिशों में रहना पड़ता था. हरम में कई ऐसी महिलाएं होती थीं जिन्हें किसी मर्द का स्पर्श करने में सालों बीत जाते थे.

विदेशी लेखकों के मुताबिक अकेलेपन से परेशान महिलाएं जब कोई गलत कदम उठा लेतीं तो उन्हें चोरी छिपे सजा ए मौत दे दी जाती थी.

यहां कुछ औरतें शादी कर के लाई जाती थीं तो कुछ को उनकी मर्जी के बिना जबरन हरम की जिंदगी जीने के लिए मजबूर होना पड़ता था. ऐसी औरतों को बादशाह के प्राइवेट स्पेस में जबरन धकेल दिया जाता था.

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