मुगलों के जमाने से भारत में फेमस हैं ईरान के ये 8 डिश

मुगलों के भारत पर शासन के दौरान ईरानी व्यंजन भारतीय व्यंजनों में शामिल हो गए. तो आइए जानते हैं ईरान के 8 ऐसे व्यंजनों के बारे में जो भारत में भी काफी प्रसिद्ध हैं-

चेलो कबाब

चेलो कबाब ईरान की नेशनल डिश है. चावल को केसर के साथ पकाया जाता है और इसे कबाब के साथ परोसा जाता है.

जेरेश्क पोलो

यह एक मीठा और तीखा चावल का व्यंजन है जिसे मेवे, केसर और बारीक कटी गाजर के साथ बनाया जाता है. इसे अक्सर चिकन के टुकड़ों के साथ परोसा जाता है.

आश

आश एक गाढ़ा सूप होता है जिसे विभिन्न प्रकार की फलियों, सब्जियों, जड़ी-बूटियों और अनाजों से बनाया जा सकता है. यह ईरान में एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है और इसे अक्सर नाश्ते में खाया जाता है.

डोलमा

डोलमा अंगूर या  शिमला मिर्च के पत्तों में भरकर बनाई जाने वाली एक डिश है. भरने के लिए मांस, चावल, दाल, सब्जियां या मसालेदार मिश्रण का इस्तेमाल किया जा सकता है.

कोफ्ते

कोफ्ते मांस से बने मीटबॉल होते हैं जिन्हें दही, प्याज और मसालों के साथ मिलाया जाता है. इन्हें ग्रिल्ड, फ्राइड या तंदूर में पकाया जा सकता है

बिरयानी

बिरयानी चावल का एक मिश्रित व्यंजन है, जिसे चावल मांस और मसालों से बनाया जाता है. बिरयानी फारसी शब्द बिरयन बिरिंज से बना है, जिसका अर्थ है 'पकाने से पहले तला हुआ चावल.

बकलावा

बकलवा ईरान सहित कई मध्य पूर्वी देशों में प्रसिद्ध है. यह पेस्ट्री मैदा, मेवे और चीनी से बनाई जाती है और इसे चाशनी में डुबोया जाता है.

फलूदे

फलूदे एक ठंडा ईरानी डेजर्ट है जिसे बारीक कुचली हुई बर्फ, शीरनी और गुलाब जल या अन्य फलों के सिरप से बनाया जाता है. 

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