इंद्रप्रस्थ से दिल्ली बनने की कहानी, इस ग्रंथ में छिपा है इसका अनोखा राज
Zee News Desk
Nov 28, 2024
भारत का दिल नाम से मशहूर राजधानी दिल्ली. जहां से पूरे भारत का भाग्य तय होता है.
महाभारत ग्रंथ में दिल्ली का पुराना नाम इंद्रप्रस्थ था, नाम बदलने के पीछे का ये है कारण.
ईसा पूर्व के 1000 साल पहले महाभारत के समय इंद्रप्रस्थ पांडवों की राजधानी हुआ करती थी. जिसे दिल्ली की पुराना नाम बताया जाता है.
महाभारत ग्रंथ के मुताबिक, पांडवों ने श्रीकृष्ण की मदद से खांडव प्रस्थ पहुंचकर इंद्र की सहायता से इंद्रप्रस्थ बसाया था.
इंद्रप्रस्थ को खांडवप्रस्थ या खांडव वन के नाम से भी जाना जाता था.
आदिपर्व के 206वें अध्याय में इस नगरी के निर्माण का साक्ष्य मिलता है.
इतिहासकारों के अनुसार 50 ईसा पूर्व मौर्य राजा ढिल्लू ने इस शहर की स्थापनी की थी. उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम दिल्ली पड़ा.
इतिहास के मुताबिक दिल्ली को राजधानी बनाने की घोषणा 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार में की गई थी. इसके बाद औपचारिक रूप से दिल्ली 13 फरवरी 1931 को देश की राजधानी बनी.
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