बॉडी में विटामिन सी की कमी स्टमक, लंग्स और एसोफैगल के कैंसर के जोखिम को बढ़ाने का काम करता है.
विटामिन सी की कमी एंटीऑक्सीडेंट रक्षा को कम करती है. इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और डीएनए डैमेज बढ़ जाता है, जो कैंसर के विकास को बढ़ावा दे सकती है.
विटामिन ए
विटामिन ए की कमी ब्रेस्ट, लंग्स, स्किन, सर्वाइकल, गैस्ट्रिक, लीवर और ओवेरियन कैंसर के जोखिम से संबंधित है.
विटामिन ए की कमी इम्यून फंक्शन को स्लो कर देता है, जिससे शरीर की कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें खत्म करने की क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और डीएनए डैमेज बढ़ जाता है और कैंसर सेल्स पनपने और बढ़ने लगते हैं.
विटामिन डी
विटामिन डी का लो लेवल ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल और पैंक्रिएटिक कैंसर के जोखिमों से संबंधित होता है.
विटामिन डी अनियंत्रित कोशिका विकास को रोककर कैंसर-रोधी प्रभाव डालता है. ऐसे में यदि बॉडी में इसका लेवल कम हो जाए तो कैंसर बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है.
सेलेनियम
सेलेनियम की कमी प्रोस्टेट, लंग्स, कोलोरेक्टल और स्किन सहित विभिन्न कैंसरों के बढ़ते जोखिम से जुड़ी हुई है.
सेलेनियम डीएनए मरम्मत तंत्र में भाग लेता है, उत्परिवर्तन को रोकता है जिससे कैंसर का विकास हो सकता है. ऐसे में इसकी कमी कई बार जानलेवा साबित हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.