डांस में पूरे शरीर का मूवमेंट होता है इससे फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ने के साथ मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत बनती हैं.
जर्नल ऑफ फिजियोलॉजिकल एंथ्रोपोलॉजी में एक अध्ययन में पाया गया कि एरोबिक डांस जॉगिंग के समान ही वजन कम करने में मदद कर सकता है.
डांस करने से दिल तेजी से धड़कने लगता है जिससे बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. ऐसे में डांस से हार्ट एक्सरसाइज होती रहती है.
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, डांस करने से ब्रेन हेल्थ बेहतर होता है. इतना ही नहीं डिमेंशिया की बीमारी से भी काफी हद तक मदद मिलती है.
जर्नल ऑफ एप्लाइड जेरोन्टोलॉजी द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि पार्टनर के साथ डांस करने से तनाव दूर हो सकता है. दरअसल, डांस के दौरान सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है जिससे स्ट्रेस कम होने के साथ डिप्रेशन से भी बचाव होता है.
जर्नल ऑफ एजिंग एंड फिजिकल एक्टिविटी में एक अध्ययन से पता चला है कि टैंगो डांस वृद्ध वयस्कों के बीच संतुलन में सुधार कर सकता है. डांस से बॉडी पर कंट्रोल करने की क्षमता विकसित होती है.
डांस ब्रेन को एक्टिव और शार्प बनाने में भी मदद करता है. ऐसा दरअसल, डांस के दौरान बॉडी में होने वाले ब्लड सर्कुलेशन में सुधार के कारण होता है.
यदि आप रोज या एक दिन के गैप में 30 मिनट से 60 मिनट तक ऐसा डांस फॉर्म करते हैं जिसमें पूरे शरीर का मूवमेंट शामिल है तो इन फायदों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. ध्यान रखें ज्यादा फास्ट डांस कमजोर दिल वालों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.