मधुमक्खी काटने के सूजन होने पर करें ये काम, नहीं तो जा सकती आपकी जान!

Zee News Desk
Nov 07, 2023

मधुमक्खी का काटना

मधुमक्खी का काटना एक आम घटना है. हम में से कई लोगों को मधुमक्खियां काट चुकी हैं. जब मधुमक्खियां काटती हैं, तो तेज दर्द होता है. फिर सूजन बढ़ने लगती है.

कब मधुमक्खियों का काटना जानलेवा

एक या दो मधुमक्खियों के काटने पर कुछ घरेलू उपचार कर लेते हैं. कुछ घंटों में आराम भी हो जाता है. लेकिन कई बार ऐसी भी घटनाएं सुनने को मिलती हैं, जहां मधुमक्खियों का हमला कुछ लोगों के लिए जानलेवा भी साबित होता है.

खून पतला होने लगता है

मधुमक्खी के डंक में फॉर्मिक एसिड के साथ और भी बहुत सारे केमिकल होते हैं. फॉर्मिक एसिड के कारण ही शरीर में सूजन आने लगती है. अगर डंक अंदर रह जाए तो सूजन और बढ़ती है. उस जगह खून पतला होने लगता है.

कब स्थिति गंभीर होती है?

अगर ये रिएक्शन सिर्फ स्किन पर ही है, तो घबराने की बात नहीं है, लेकिन डंक का जहर जब अंदरूनी अंग तक पहुंच जाए, तब स्थिति गंभीर हो जाती है.

स्थिति गंभीर होने के लक्षण

ऐसा होने पर सांस लेने में तकलीफ होती है, इसमें सांस वाली नली के म्यूकस मेम्ब्रेन में सूजन आ जाती है. इस स्थिति को एनाफिलेक्सिस कहते हैं.

क्यों है जान का खतरा?

इसमें मरीज का एनाफलेटिक शॉक में जाने का खतरा होता है, जिसमें जान जाने की आशंका बढ़ जाती है.

न करें ये काम

सूजन होने पर वहां खुजली न करें और न ही गरम पानी से धुलें क्योंकि ऐसा करने से जहर और फैलता है जो जानलेवा हो सकता है.

बचाव के लिए क्या करें?

ऐसे में जिस जगह मधुमक्खी ने काटा है, अगर वहां डंक दिखे तो उसे निकाल दें और उस जगह को साबुन से अच्छी तरह से धुलें, साबुन इंफेक्शन को फैलने से रोकता है.

जहर फैलने से रोकता है बर्फ

इसके बाद बर्फ या ठंडे पानी से सिकाई करें, ऐसा करने से जहर के कारण जो खून पतला हो गया है वो गाढ़ा होने लगता है और जहर का असर भी कम होने लगता है.

शहद या सेब का सिरका लगाएं

इसके अलावा सूजन कम करने वाली कोई एंटी इंफ्लेमेटरी क्रीम लगाएं. अगर क्रीम ना मिले, तो डंक वाली जगह पर शहद या सेब का सिरका लगाएं.

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