हैप्पी मैरिड लाइफ के 9 गोल्डन रूल, फॉलो करें नहीं आएगी तलाक की नौबत

कम्यूनिकेशन किसी भी रिश्ते की नींव होता है. ऐसे में अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं को व्यक्त करें और उन्हें भी सुनें. इससे गलतफहमियां नहीं होती है.  

सम्मान ही प्यार का आधार है. अपने साथी की पसंद-नापसंद, विचारों और निर्णयों का सम्मान करें. एक-दूसरे को नीचा दिखाने या ताना मारने से बचें.

रोजमर्रा की जिंदगी में व्यस्त रहना लाजमी है, लेकिन अपने साथी के लिए भी समय निकालें. साथ में घूमने जाएं, बातें करें, एक-दूसरे को स्पेशल फील कराएं.

कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता. गलतियां किसी से भी हो सकती हैं. इसलिए अपने पार्टनर को हमेशा गलती सुधारने का मौका दें. और गलती होने पर माफी मांगने में हिचकिचाहट न करें.

अपने साथी की छोटी-छोटी अच्छाइयों को नजरअंदाज न करें. उनकी तारीफ करें और उनके कार्यों के लिए आभार व्यक्त करें. ऐसा करने से रिश्ता बीतते समय के साथ और निखरता है.

जीवन में सुख-दुख दोनों आते हैं. मुश्किल परिस्थिति में एक-दूसरे का साथ दें. हर चुनौती का सामना एक टीम की तरह करें.

शादी में खुशियां तभी तक रहती है जब तक पार्टनर एक दूसरे की स्पेस का सम्मान करें, अपने ढंग से जीने की आजादी दें. क्योंकि जीवनसाथी बनने का मतलब एक-दूसरे की लाइफ को कंट्रोल करना नहीं होता है.

प्यार को जाहिर करना जरूरी है. सिर्फ खास मौकों पर ही नहीं, बल्कि हर रोज प्यार का इजहार करें. गले लगना, प्यार भरे शब्द या कोई छोटा सा तोहफा भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए काफी होता है.

कोई भी रिश्ता अपने आप नहीं चलता. वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए पति-पत्नी को मिलकर लगातार प्रयास करने की जरूरत होती है.  

VIEW ALL

Read Next Story