कम नींद लेने वाले तुरंत बदल डालें ये आदत, किसी भी वक्त आ सकते हैं खतरनाक बीमारियों की चपेट में

Zee News Desk
Sep 09, 2024

क्या आपको भी नींद की कमी हो रही है?

हम प्रोडक्टिविटी के लिए टाइम मैनेजमेंट, पोमोडोरो तकनीक, फोकस इम्प्रूव करने पर ध्यान देते हैं, लेकिन नींद की शक्ति को इग्नोर करते हैं.

नींद = प्रोडक्टिविटी

नींद हमारे बॉडी के लिए जरूरी है, क्योंकि इस वक्त रिपेयर, ग्रोथ, और रिकवरी होती है.

आपके ब्रेन का डिटॉक्स

जब हम गहरी नींद में होते हैं, हमारा ब्रेन श्रिंक करता है और सेरेब्रोस्पाइनल फ्लुइड के जरिए अपने टॉक्सिन्स को वॉश आउट करता है.

लैक ऑफ स्लीप

कम नींद से ब्रेन में बीटा-एमाइलॉइड प्लैक्स जमते हैं, जो मेमोरी लॉस और कन्फ्यूजन जैसी प्रॉब्लम्स क्रिएट कर सकते हैं.

इन्फ्लेमेशन भी बढ़ता है

लंबे टाइम तक कम नींद लेने से इन्फ्लेमेशन बढ़ सकती है, जो अल्जाइमर, पार्किन्सन जैसे कॉग्निटिव कंडीशन्स को ट्रिगर कर सकती है.

अभी से ध्यान दें

अल्जाइमर और पार्किन्सन एक दिन में नहीं होती, ये स्लो प्रोसेस है. आज की लाइफस्टाइल और नींद आपके ब्रेन की हेल्थ डिसाइड करेगी.

नींद का इम्पॉर्टेंस समझें

नींद से बॉडी रिकवर करती है, मसल्स ग्रो होती हैं, गट बैलेंस होता है और क्लैरिटी मिलती है. नेचर को इग्नोर मत करें.

स्लीप इम्प्रूव करने के टिप्स

एक फिक्स्ड स्लीप शेड्यूल बनाओ. कैफीन, अल्कोहल या हेवी फूड नींद से 3 घंटे पहले अवॉइड करें. रूम को डार्क और पीसफुल रखें. ब्लैकआउट कर्टेन्स लगाओ.

रिलैक्स और अनवाइंड

आर्टिफिशल लाइट्स और गैजेट्स से दूर रहें. Relaxation Techniques जैसे रीडिंग, लाइट म्यूजिक, एक्सरसाइज या मेडिटेशन ट्राई करो.

Disclaimer-

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें

VIEW ALL

Read Next Story