प्राचीन काल की वे योग पद्धतियां, जो अब नहीं आती नजर

Devinder Kumar
Jun 19, 2024

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

पूरी दुनिया 21 जून को नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रही है. इस मौके पर दुनिया के करीब डेढ़ सौ से ज्यादा देशों में कार्यक्रम होंगे.

श्रीनगर में योग दिवस

पीएम मोदी इस दिन जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में जाकर योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. भारत के तमाम हिस्सों में भी योग समारोह होंगे.

अमूल्य उपहार

योग दुनिया को भारत की ओर से दिया गया ऐसा अमूल्य उपहार है, जिसके अनंत फायदे अब विश्व के तमाम लोग महसूस कर रहे हैं.

आदियोगी

योग की उत्पत्ति हजारों साल पहले भारत में हुई थी. भगवान शिव को सृष्टि का पहला आदियोगी माना जाता है.

प्राचीन योग

प्राचीन योगासनों और वर्तमान योगासनों में काफी अन्तर है. पहले वेद शिक्षा के साथ शस्त्र और योग सिखाया जाता था, अब ऐसा नहीं है.

सिंधु घाटी

योग से संबंधित सबसे पहले साक्ष्य हमें सिंधु घाटी की सभ्यता में मिलते हैं. उस काल में योग करती प्राचीन शिलाएं मिली थीं.

ऋषि पातंजलि

ऋषि पातंजलि ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने योग को धर्म, आस्था और अंधविश्वास से बाहर निकालकर एक व्यवस्थित रूप दिया.

योग के फायदे

योग करने से तन और मन दोनों को अनेक फायदे मिलते हैं. इससे शरीर को निरोगी बनाए रखने में मदद मिलती है.

सकारात्मक ऊर्जा

नियमित योग करने से तनाव से दूर रहने में मदद मिलती है. इससे व्यक्ति सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है.

पीएम मोदी की पहल

PM मोदी ने 27 दिसंबर 2024 की पहल पर UN ने हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने को अपनी मंजूरी दे दी.

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