जामुन में मौजूद विटामिन सी प्यूरीन की पथरियों को जमा नहीं होने देता है.
जामुन फाइबर का बेहतर स्त्रोत होता है, यह यूरिक एसिड को पचाने में सहायता करता हैं.
जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स यूरिक एसिड को हड्डियों में जमा होने से रोकते हैं.
जामुन के बीज यूरिक एसिड को मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में मदद करता हैं.
जामुन में मौजूद एटी इन्फ्लेमेटरी गुण गाउट की समस्या को कम करते हैं.
जामुन पाचन क्रिया को तेज करता है, जिससे प्रोटीन पचाने में आसानी होती हैं.
प्रोटीन से निकलने वाले प्यूरीन को जामुन मल के रास्ते बाहर निकाल देता हैं.
किडनी के साथ हार्ट डिजीज, डायबिटीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता हैं, इसे कंट्रोल करने के लिए जामुन का सेवन करें.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.