'मुझे अब तुम से डर लगने लगा है', पढ़िए जॉन एलिया के मशहूर शेर

Govinda Prajapati
Nov 05, 2023

'ये मुझे चैन क्यूं नहीं पड़ता, एक ही शख्स था जहान में क्या'

'जो गुजारी न जा सकी हम से, हम ने वो जिंदगी गुजारी है'

'सारी दुनिया के गम हमारे हैं, और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं'

'कौन इस घर की देख-भाल करे, रोज इक चीज टूट जाती है'

'क्या सितम है कि अब तिरी सूरत, गौर करने पे याद आती है'

'और तो क्या था बेचने के लिए, अपनी आंखों के ख्वाब बेचे हैं'

'मुझे अब तुम से डर लगने लगा है, तुम्हें मुझ से मोहब्बत हो गई क्या'

'दिल की तकलीफ कम नहीं करते, अब कोई शिकवा हम नहीं करते'

'बिन तुम्हारे कभी नहीं आई, क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है'

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