कान से जुड़ी सुनने की समस्या कई वजहों से हो सकती है. यह गंभीरो बिमारियों का संकेत हो सकती है.
आइए जानते हैं कम सुनाई देना किन गंभीरो बिमारियों का संकेत हो सकता है.
इस बीमारी में कान में गूंजने की आवाज, चक्कर आना और सुनने में कमी जैसे लक्षण शामिल है. यह कान के अंदरूनी हिस्से को प्रभावित करती है.
इस बीमारी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. इसमें लगातार कान में बजने की आवाज आती है, जिससे सुनने की क्षमता भी खत्म हो सकती है.
इसमें कान की हड्डियों का कठोर होना और सुनने की क्षमता में कमी जैसे लक्षण शामिल है. यह एक जेनेटिक स्थिति हो सकती है.
सुनने की नसों में डैमेज होने से सुनने में कमी आ सकती है. यह समस्या परमानेंट हो सकती है.
उम्र बढ़ने के साथ सुनने की क्षमता घट जाती है. इसे प्रेसबाईक्यूसिस (Presbycusis) भी कहा जाता है.
ब्रेन में ट्यूमर होना सुनने की नसों को दबा सकता है. इसके चलते सुनने की समस्या होती है.
कुछ अन्य कारण जैसे दवाओं का साइड इफेक्ट, चोट आदि की वजह से सुनने में कमी हो सकती है. इनका इलाज समय पर होना चाहिए.
समय पर इलाज से सुधार संभव है. सुनने की समस्या को नजरअंदाज न करें
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.