डांट-फटकार के बगैर सही रास्ते पर आ जाएंगे बच्चे, पेरेंट्स अपनाएं ये आसान से टिप्स
Zee News Desk
Sep 09, 2024
हर मां-बाप कभी ना कभी अपने बच्चे की misbehaviour face करता है. इसमें कैसे रिएक्ट करते हैं, ये उनकी विकास पर असर डालता है. Discipline बस सजा नहीं होती, ये जिंदगी के सबक भी सिखाता है.
शांत रहें
जब बच्चा misbehave करे, तो गुस्सा या तंग आना normal है, पर अपना टेंपर कंट्रोल में रखना जरूरी है. शांत रहने से बच्चा अपने एक्शन्स को बेहतर समझ पाएगा.
प्यार से समझाएं
जब बच्चा गलत बिहेव करे, तो प्यार से समझाएं और बताएं कि इस बिहेवियर का रिजल्ट क्या होगा. हर बार consequence same होना चाहिए वरना बच्चा confuse हो सकता है.
तारीफ करें
अच्छी आदत पे बच्चों की तारीफ करें. जब बच्चा अच्छा बिहेव करे, तो उसकी तारीफ करें, ताकि वो फिर से वैसा ही behave करे.
ध्यान भटकाएं
कभी-कभी बच्चों का misbehave करना बोरियत या अटेंशन चाहिए होने का संकेत होता है.
ऐसे में उनका ध्यान किसी और एक्टिविटी या खिलौने पर ले जाने से उनका behaviour ठीक हो सकता है
नियम बनाएं
बच्चों के लिए clear rules बनाना जरूरी है. आसान शब्दों में समझाएं, ताकि बच्चा उन्हें समझ सके जब boundaries साफ होंगी, तो misbehaviour का chance कम होगा.
समझने की कोशिश करें
कभी-कभी बच्चे के misbehaviour का reason उनके अंदर की emotions होते हैं, जो वो एक्स्प्रेस नहीं कर पाते. बच्चे के point of view को समझने की कोशिश करें और परेशानी की जड़ पर जाएं
Problem Solve करना सिखाएं
सिर्फ ये मत बताएं कि क्या नहीं करना चाहिए, बल्कि सिखाएं कि कैसे कठिन परिस्थितियों को handle करना चाहिए. Problem-solving सिखाने से बच्चा खुद से solutions निकालने में capable बनेगा.
पेरेंटिंग एक सफर है
बच्चे को discipline करना एक सफर है, बस हर step पे उनके साथ प्यार और समझ से रहें.