कोमा और ब्रेन डेथ में क्या अंतर है? क्या इस अवस्था में भी धड़कता है इंसानों का दिल
Zee News Desk
Dec 25, 2024
कोमा और ब्रेन डेथ दोनों ही बहुत गंभीर बीमारी है. इसमें इंसान का शरीर अधमरा जैसा हो जाता है.
कोमा और ब्रेन डेथ में बहुत बड़ा अंतर होता है. लेकिन लोग दोनों अवस्था को एक जैसे ही समझते हैं.
कोमा
कोमा एक गहरी बेहोशी की अवस्था है जिसमें व्यक्ति कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है. उसे किसी चीज की कोई जनाकारी नहीं होती है.
सिर में गंभीर चोट लगने, स्ट्रोक या ऑक्सीजन की कमी के कारण से इंसान कोमा में जा सकता है.
कोमा में इंसान के दिमाग की एक्टिविटी बनी रहती है. इसमें ठीक होने की संभवना बनी रहती है.
ब्रेन डेथ में मस्तिष्क की सभी एक्टिविटी पूरी तरह से बंद हो जाती हैं. इसमें व्यक्ति किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है.
ब्रेन डेथ होने पर इंसान खुद से सांस भी नहीं ले पाता है. ब्रेन डेड को कानूनी रूप से मृत्यु माना जाता है. ब्रेन डेड में ठीक होने की कोई संभावना नहीं होती है.
कोमा में इंसान का दिल धड़कता है लेकिन ब्रेन डेथ होने पर कुछ समय के लिए या दवाओं से इंसान के दिल को जिंदा रखा जाता है.
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